बेतिया. महात्मा गांधी की कर्मभूमि सत्याग्रह की जन्मस्थली पश्चिम चंपारण में लोकतंत्र का महापर्व किसी त्योहार से कम नहीं था. सुबह से हीं चिलचिलाती धूप के बावजूद वोटरों का उत्साह देखते बन रहा था. इनका मतदान केंद्र घर से नजदीक था वें तो पैदल हीं मतदान केंद्रों के लिए कूच कर गये थे, लेकिन जिनका मतदान केंद्र घर से दूर था वें अपने निजी सवारी तो कोई भाड़े की गाड़ी से पहुंच रहा था.
उत्साह यह था कि कई जगहों पर झुंड के झुंड महिलाएं मतदान केंद्रों पर जाते हुए दिखी. कई मतदान केंद्रों पर तो सुबह छह बजे से हीं मतदाताओं की भीड़ लगनी आंरभ हो गयी थी. जबतक पीठासीन पदाधिकारी मॉक पोल की प्रक्रिया को पुरा करते तबतक केंद्र पर सौ से अधिक मतदाताओं की भीड़ लग चुकी थी. मतदान देने आये लोगो में स्थानीय मुद्दे तो नहीं थे लेकिन देश का चुनाव बताकर अपना मत प्रदान कर रहे थे. जिले में प्रशासनिक व्यवस्था के बीच मतदाताओं ने भयमुक्त होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान कई जगहों से स्थानीय विकास के मुद्दे पर वोट बहिष्कार भी किया गया.
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मतदान के बाद सेल्फी की रही धूम
कड़ी धूप, उमस भरी गर्मी के बावजूद अपने जन प्रतिनिधि के चुनाव को लेकर लोग कड़ी धूप की परवाह किये बगैर हीं मतदान केंद्रों पर डटे रहे. इस दौरान लोगों का उत्साह चरम पर था. खासकर नये वोटरों का उत्साह तो देखने हीं लायक था. मतदान करने के बाद कुछ युवा अपने दोस्तों से खुद की तस्वीर अपने दोस्तों से मोबाइल से लेने को कह रहे थे तथा उक्त फोटो फेसबुक पर अपलोड कर रहे थे. नव मतदाताओं को मताधिकार के प्रति प्रेरित करने के लिए कई बूथों पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाये गये थे.
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सड़कों पर छायी रही विरानगी चुनाव को लेकर सड़कों पर विरानगी छायी रही. सड़कों पर इक्का दुक्का रिक्शा तो दिख रहे थे परंतु बड़े वाहनों के नहीं चलने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. बाहर से आने जाने वाले लोगों को जिले में वाहनों के नहीं चलने से अपने अपने घरों की ओर पैदल हीं जाना पड़ा. व्यस्त रहने वाले नगर के मीना बाजार में सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था. स्थानीय स्टेशन रोड में भी कहीं भी कोई वाहन नजर नहीं आ रहा था.—————–
अलग माहौल पैदा कर रहा था वोटरों का उत्साह जिले में वोटरों का उत्साह कुछ अलग हीं माहौल बना रहा था. न शोर शराबा न हीं वोटिंग के लिए बूथों पर तनातनी. शांतिपूर्ण माहौल में सुबह सात बजे से पोलिंग शुरु हुई. अहले सुबह से वोटरों की लंबी लाइनें देखकर पोलिंग पदाधिकारी भी हैरान थे. पहले मतदान फिर जलपान के नारे को सार्थक करने पहुंचे वोटर सुबह से हीं लाइन में लग गये थे. जिले के चनपटिया प्रखंड के घोघा चौक पर चाय की दुकान में मताधिकार का प्रयोग कर वापस आये मतदाताओं के बीच बस एक हीं बात की चर्चा थी कि कौन आगे जा रहा है. किसकी सरकार बन रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है