Bihar News: मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में शनिवार को दोपहर से चल रहा हाई वोल्टेज ड्रामा देर रात एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद शांत हुआ. प्राप्त सूचना के अनुसार एक महिला खुद को मुरलीगंज अंचलाधिकारी किसलय कुमार की पत्नी बताकर पिछले एक महीने से अंचल कार्यालय एवं अंचलाधिकारी के आवास का चक्कर लगा रही है. महिला ने कोर्ट में केस भी कर रखा है और उस मामले में सीओ जमानत पर हैं. शनिवार को महिला सुरक्षा सेवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रूही सिंह के साथ वह मुरलीगंज थाना परिसर पहुंची. उस समय अंचलाधिकारी जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुन रहे थे.
महिला सुरक्षा सेवा संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रूही सिंह ने अंचलाधिकारी पर लगे आरोप के मामले में उनसे बातचीत करना चाहा. इस दौरान अंचलाधिकारी और उनकी कथित पत्नी को आमने-सामने बैठाकर बातचीत शुरू की गयी. इस बीच अंचलाधिकारी किसलय कुमार दो घंटे की मोहलत मांग कर थानाध्यक्ष के कक्ष में चले गए. यह खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गयी और थाना के पास स्थानीय लोगो की भीड़ जुटने लगी.
मौके पर मुरलीगंज नगर पंचायत चेयरमैन सर्जना सिद्धि, युवा जदयू प्रदेश महासचिव रूपेश कुमार गुलटेन, भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज मंडल, रघुनाथपुर मुखिया अमित कुमार,राजद नेता गोलडु यादव, पूर्व चेयरमैन स्वेत कमल उर्फ बोआ यादव, विश्वजीत कुमार उर्फ पिंटू मुखिया, मनोज यादव, चैयरमेन पति पपलू यादव सहित अन्य कई लोग भी पहुंचे . सभी सीओ साहब के द्वारा दिये गए मोहलत का इंतजार करने लगे किंतु जनता दरबार समाप्त होने के बाद मौके पर मधेपुरा सदर थाना और कुमारखंड थाना की पुलिस पहुंची. थाना को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. करीब साढ़े चार बजे तीन थाना की पुलिस के सुरक्षा घेरे में अंचलाधिकारी किसलय कुमार को पुलिस मधेपुरा ले गयी.
सीओ के आवास पर पहुंचे लोग चला हाई वोल्टेज ड्रामा
इधर खुद को अंचलाधिकारी की पत्नी बताने वाली महिला के साथ महिला सुरक्षा सेवा संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रूही सिंह, नगर अध्यक्ष सर्जना सिद्धि एवं उनके पति पपलू यादव अंचल अधिकारी के आवास पहुंचे. जहां सीओ किसलय कुमार के पिता से बातचीत कर मामले का हल निकालने का प्रयास किया गया.
चेयरमैन सर्जना सिद्धि और उनके पति पपलू यादव सहित अन्य लोग भी सीओ के पिता के पैर पकड़कर मामला सुलझाने का गुहार लगाते रहे, किंतु कोई फर्क नहीं पड़ा, कुछ देर बाद सीओ के पिता ने केस उठाने के शर्त पर अपने बहु को रखने के लिए तैयार हुए. इसी दौरान सीओ की कथित पत्नी की तबियत बिगड़ गयी. थानाध्यक्ष मंजू कुमारी के हस्तक्षेप के बाद उन्हें मुरलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें मधेपुरा रेफर कर दिया गया.
महिला ने अभद्रता का लगाया आरोप
पीड़िता ने पुलिस पर इलाज कराने के बहाने ले जाने के दौरान गाड़ी में टार्चर और अभद्रता करने का आरोप लगाया. इसके बाद फिर एकबार महिला सीओ के आवास पहुंच गई और घर प्रवेश करने की जद्दोजहद करने लगी. इसी दौरान मौके पहुंचे एसडीएम संतोष कुमार ने पीड़िता और सीओ के परिवारजनों से बातचीत की. फिर उक्त महिला को कड़ी सुरक्षा के साथ उन्हें मधेपुरा ले गया और सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया जहां उनका इलाज चल रहा है.
पीड़िता के आवेदन पर सीओ से वार्ता करने का प्रयास, पुलिस ने नहीं किया सहयोग : रूही सिंह
इस संबंध में महिला सुरक्षा सेवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रूही सिंह ने कहा कि पीड़िता के द्वारा मुरलीगंज में पदस्थापित सीओ के खिलाफ आवेदन दिया था. जिसके आलोक में सीओ से मिलने मुरलीगंज थाना पहुंची तो सीओ किसलय कुमार ने कहा कि अभी जनता दरबार चल रहा है. दो घंटे के बाद बातचीत करेंगे. फिर हमलोग थाने के बाहर इंतजार करते रहे. जनता दरबार खत्म हो गया, लेकिन चार बजे तक इंतजार करते रहे. वार्ता के लिए उन्होंने समय नहीं दिया. बल्कि अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर मधेपुरा ले गयी. हमने पिता से भी बातचीत करने का प्रयास किया, लेकिन वो सुनने को तैयार नहीं है.
मामला न्यायालय में विचाराधीन है. अपनी सुरक्षा के लिये पुलिस प्रशासन को भी आवेदन दे रखा है. इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कहना चाहता हूं.
किसलय कुमार, सीओ, मुरलीगंज, मधेपुरा.
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