:: गर्मी अधिक पड़ने पर विभाग ने कहा- ग्रामीण चिकित्सकों से करें संपर्क वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर एइएस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिड्रोंम ) का प्रकोप बढ़ने लगा है. अब नये इलाकों में भी इसके केस मिल रहे हैं. इसमें शहरी क्षेत्र भी शामिल है. जिले के उन प्रखंडों से अधिक बच्चे पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं, जिन प्रखंडों में एइएस से बच्चे पीड़ित नहीं हो रहे थे. इसमें औराई, कटरा और सकरा शामिल था. शनिवार की रात भी औराई से तीन बच्चे चमकी बुखार से पीड़ित होकर पीकू में भर्ती हुए हैं. हालांकि इन बच्चों का इलाज प्रोटोकॉल के हिसाब से किया जा रहा है. सैंपल को जांच के लिये लैब भेजा गया है. अभी तक कुढ़नी, मीनापुर, मोतीपुर, पारू व बंदरा से एइएस पीड़ित होकर बच्चे एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में पहुंचे हैं. हालांकि, अब तक जिले के एक भी बच्चे की मौत एइएस से नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार एसकेएमसीएच स्थित पीकू वार्ड में पांच जिलों से एइएस पीड़ित बच्चों को इलाज के लिये भर्ती किया गया है. इसमें मुजफ्फरपुर के नौ, सीतामढ़ी के तीन, शिवहर के दो और वैशाली के एक बच्चे शामिल हैं. शिशु रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि जो संदिग्ध एइएस केस आते हैं, उन्हें संदिग्ध मानकर इलाज किया जाता है. एइएस पीड़ित बच्चे हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए सैंपल भेजा जाता है. सैंपल आने के बाद ही पुष्टि हो पाती है. अभी तक जिले में सात बच्चे एइएस से पीड़ित हुए हैं. जो इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं.
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