गढ़वा जिले में महिलाओं के लिए रोजगार सृजन के उद्देश्य से झारखंड सरकार नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग ने महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) की स्थापना की है. अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पा हो रहा है. महिला आइटीआइ शहर से सटे गढ़वा प्रखंड के कल्याणपुर में वर्ष 2018 में खोला गया है. लेकिन यहां नामांकन बेहद कम होने की वजह से यह बंद होने की स्थिति में है. दो ट्रेड की 48-48 सीटों के एवज में यहां 10-15 नामांकन ही होता है. विदित हो कि झारखंड सरकार इस प्रशिक्षण संस्थान को पीपीपी मोड पर संचालित कर रही है. झारखंड सरकार से एमओयू कर ज्ञानू सिंह एजुकेशनल ट्रस्ट गढ़वा इस आइटीआइ को पीपीपी मोड में संचालित कर रहा है. प्राचार्य से लेकर शिक्षकों की बहाली ट्रस्ट के माध्यम से होती है. लेकिन बीते पांच साल से नामांकन की स्थिति काफी चिंताजनक है. जिसके कारण इसका संचालन सही रूप से नहीं हो पा रहा है. इसलिए सरकार ने महिलाओं को विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण देकर रोजगार देने की जो नीति बनायी थी, वह सफल नहीं हो पा रही है.
दो ट्रेड मिलाकर 96 सीटें हैं महाविद्यालय में
नामांकन हेतु सरकार पोर्टल लांच करती है
महिला आइटीआइ में नामांकन के लिए सरकार ने पोर्टल लॉंच किया है, जिस पर लड़कियां स्वयं जाकर आवेदन कर सकती हैं. ऑनलाइन आवेदन के बाद उन्हें सीधे काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है. काउंसलिंग के बाद नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है. इन कोर्स को करने वाली लड़कियां अगर खुद चाहे, तो स्वरोजगार भी कर सकती हैं. इसके लिए श्रम नियोजन विभाग के द्वारा उन्हें बिना ब्याज के एकमुश्त राशि उपलब्ध करायी जाती है. इस साल 15 मई से ही नामांकन पोर्टल खोल दिया गया है, जो 9 जून तक खुला रहेगा.जानकारी का अभाव है : प्राचार्य
इस संबंध में महाविद्यालय की प्राचार्य रूपवंती कुमारी ने बताया कि शहर से नजदीक इस महाविद्यालय के संबंध में अभी बहुत से लोगों की जानकारी ही नहीं है. इसलिए बहुत कम लोग नामांकन ले पाते हैं. जो छात्राएं आइटीआइ पास कर चुकी हैं, उनमें कई लोग आज रोजगार कर रही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है