महुआडांड़. महुआडांड़ पंचायत के सरना भवन में रविवार को ग्राम प्रधान विकास उरांव की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई. इस दौरान पंचायत में अबुआ आवास के लाभुकों के चयन में बरती गयी अनियमितता, पंचायत सचिव द्वारा पैसा लेकर अबुआ आवास बिना जांच-पड़ताल किये संपन्न परिवार को देने पर चर्चा हुई. मौके पर ग्राम प्रधान ने बताया कि आरटीआइ से मिली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गलत लोगों को अबुआ आवास दे दिया गया है. 2023-24 में 52 अबुआ आवास महुआडांड़ पंचायत में आवंटित किया गया था. इसमें एसटी के लिए 12, एसी के लिए 5, ओबीसी के लिए 20, जेनरल के लिए 9 और अल्पसंख्यक के लिए 6 शामिल है. जिन्हें आवास दिया गया है उनमें गौरी देवी के पति महेंद्र प्रसाद सिपाही हैं. वहीं संगीता सिंह के पति जितेंद्र सिंह सीआरपीएफ के जवान हैं. असरफी यादव के पति मुखन यादव मूल रूप से दूरूप पंचायत के निवासी हैं. वहीं लक्ष्मी देवी के पति भोला साव का दो पक्का मकान है. अरसी खातून के पति शेर मोहम्मद पेशे से डॉक्टर, आशा देवी के पति बसंत प्रसाद पंचायत अंमवाटोली निवासी हैं. इसके अलावा अनिता देवी, जुलेखा बीबी, देवमुनी देवी को पहले भी आवास का लाभ मिल चुका है.
स्वयं सेवक को हटाने का निर्णय
ग्रामसभा में प्रधानमंत्री आवास के स्वयं सेवक गौतम कुमार को हटाने का निर्णय लिया गया. ग्रामीणो ने कहा कि गौतम कुमार द्वारा पंचायत सचिव की मिलीभगत से अबुआ आवास चयन में गड़गड़ी की गयी है. आरटीआइ कार्यकर्ता अफसाना ने बताया कि आरटीआइ के माध्यम से प्रथम अपील के बाद जिला से रिपोर्ट दी गयी है, जिसमें उक्त मामले का खुलासा हुआ है. जिसे कार्रवाई के लिए जिला को भेज दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है