शंकरपुर. बाल विकास परियोजना क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र पर टीएचआर वितरण में भारी पैमाने पर गड़बड़ी करने को लेकर 24 तारीख को प्रभात खबर के अंक में लाभार्थियों ने टीएचआर वितरण में गड़बड़ी का लगाया आरोप, प्रशासन से लगायी न्याय की गुहार शीर्षक के साथ प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ने तीन केंद्रों की सेविका से स्पष्टीकरण पूछा है. पूछे गये स्पष्टीकरण में पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अपना जबाव देने के लिए कहा गया है कि किस परिस्थिति में आपके द्वारा निदेशालय आइसीडीएस बिहार पटना द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप लाभुकों के बीच टीएचआर का वितरण नहीं किया गया है. मालूम हो कि बीते बुधवार को बाल विकास परियोजना अंतर्गत केंद्र संख्या 12,3,25 सहित अन्य केंद्र का वितरण में तीन अलग-अलग कोटि के बीच एक ही सामान सिर्फ चावल, दाल एवं सोयाबीन का वितरण किया जा रहा था. जबकि नियमानुसार कुपोषित-को चावल-एक किलो आठ सौ पचहत्तर ग्राम, दाल-750 ग्राम, सोयाबीन- पांच सौ ग्राम और सरसों तेल के साथ मसाला दिये जाने हैं. अति कुपोषित को चावल दो किलो 942 ग्राम, दाल एक किलो 337 ग्राम, सोयाबीन 500 ग्राम के साथ सरसों तेल दिये जाने हैं. धात्री एवं गर्भवती को-चावल दो किलो 550 ग्राम, दाल एक किलो, सोयाबिन 375 ग्राम के साथ सरसों तेल दिये जाने हैं. विभागीय मिलीभगत से तीनों कोटि के लाभार्थी को एक ही सामान डेढ़ से दो किलो चावल, आधा किलो दाल एवं 250 ग्राम के आसपास सोयाबीन देकर भारी पैमाने पर अधिकारी की मिलीभगत से लूट खसोट मचा हुआ था. सिर्फ चावल, दाल एवं सोयाबीन ही दिये जाते हैं, लेकिन किसी भी केंद्रों पर सरसों तेल एवं मसाला चयनित लाभार्थी के बीच वितरण नहीं किया जा रहा था.
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