मधुबनी . परिवार नियोजन के अस्थाई साधन में गर्भनिरोधक सुई अंतरा महिलाओं के लिए सरल, सुरक्षित व असरदार साधन है. परिवार नियोजन के लिए यह एक बेहतर विकल्प है. एक अंतरा इंजेक्शन तीन माह तक गर्भ निरोधक का कार्य करता है इससे महिलाओं को कमजोरी का भी अनुभव नहीं होता है. इसके साथ ही महिलाओं को जब मां बनना हो तब वे इंजेक्शन लगवाना बंद कर सकती हैं. गर्भधारण रोकने में यह 99.7 प्रतिशत प्रभावी होता है. अंतरा इंजेक्शन सदर अस्पताल से लेकर प्रखण्ड स्तर तक उपलब्ध है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2024 तक 8575 महिलाओं ने अंतरा का इंजेक्शन लगवाया. इसमें अंतरा के फर्स्ट डोज 4532 सेकंड डोज 2494 एवं तीसरा डोज 1549 महिलाओं ने लगवाया.
अंतरा है काफी असरदार
सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि अंतरा बहुत असरदार विधि है. इसके एक इंजेक्शन से 3 महीने तक गर्भधारण की संभावना नहीं होती है. दूध पिलाने वाली मां भी यह इंजेक्शन ले सकती है इससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता है और न ही शिशु पर कोई हानिकारक प्रभाव पड़ता है. महिला के लिए यह उपाय गोपनीय है, यदि महिला ठीक 3 महीने बाद इंजेक्शन लगवाने नहीं आती तो निर्धारित तिथि से 14 दिन पहले या 28 दिन बाद तक भी इंजेक्शन लगवा सकती है.
ये ले सकते हैं इंजेक्शन
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है