जलडेगा.
प्रखंड के आरसी चर्च कुटंगिया में प्रथम प्रसाद ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में पल्ली पुरोहित फादर अनूप टोप्पो ने मिस्सा पूजा संपन्न कराते हुए धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराये. इस अवसर पर 29 युवक व 59 युवतियों को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण कराया गया. मिस्सा अनुष्ठान में फादर अनूप टोप्पो का सहयोग फादर नुवास बिलुंग, फादर राजेश टोपनो ने किया. मौके पर पल्ली पुरोहित फादर अनूप टोप्पो ने कहा कि परम प्रसाद ग्रहण के बाद नया जीवन का संचार होता है. उन्होंने परम प्रसाद के धार्मिक महत्व की जानकारी देते हुए प्रभु यीशु के बताए हुए मार्ग पर चलने का आह्वान किया. मौके पर प्रचारक रिमिक्स समद, सिस्टर प्रोमिला बिलुंग, अल्मा कंडुलना, मारकुस डांग सहित काफी संख्या में मसीही समुदाय के लोग उपस्थित थे.—————————————-158 बच्चों ने ग्रहण किया प्रथम परम प्रसाद
बानो.
प्रखंड के जीतूटोली आरसी चर्च में प्रथम परम प्रसाद संस्कार ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर 158 बालक-बालिकाओं ने प्रथम परम प्रसाद ग्रहण किया. मुख्य अनुष्ठाता फादर राजेश केरकेट्टा ने परम प्रसाद ग्रहण की सभी धर्मविधि संपन्न करायी. उन्होंने कहा कि प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करने से बच्चे ईश्वर के करीब हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर समाज को आगे ले जाने में सहयोग करने के साथ कलीसिया के विकास में सहयोग करें. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रथम परम प्रसाद प्रदान करने वाले बच्चों को फादर, ब्रदर सिस्टर व अभिभावकों ने स्वागत करते हुए सम्मानित किया. परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चों को प्रचारक एफरेंस सुरीन, जॉन पॉल बिलुंग, प्रज्ञा बागे ने प्रशिक्षण दिया. .इस अवसर पर मानुएल डांग, सहायक पल्ली पुरोहित फादर अरविंद, फादर फ्रांसिस, जेवियर सोरेन, फादर जोसेफ टेटे, कैथोलिक सभा अध्यक्ष एफरेंस कडुंलना, अजीत कंडुलना, यूथ अध्यक्ष पीयूष संदीप सुरीन, महिला संघ सभा नेत्री सुचिता जोजो आदि उपस्थित थे.——————————————-बच्चों ने पुरोहितों व अभिभावकों से लिया आशीर्वाद
कुरडेग.
प्रखंड के खालीजोर स्थित कैथोलिक पल्ली में रविवार को 132 बालक-बालिकाओं ने प्रथम परम प्रसाद ग्रहण किया. इस अवसर पर समारोही मिस्सा अनुष्ठान फादर सुनील तिर्की की अगुवाई में संपन्न कराया गया. फादर सुनील तिर्की ने कहा कि सभी बालक-बालिकाओं ने प्रथम बार ईश्वर को अपने जीवन में पाया है. बालक-बालिकाएं यीशु को अपने जीवन में प्राप्त कर काफी खुश हैं. यीशु को पहली बार अपने जीवन में प्राप्त कर बालक-बालिकाएं आनंदित हैं. उन्होंने कहा कि धार्मिक व सामाजिक जीवन में आगे बढ़ने के लिए माता-पिता व धर्म के प्रति दायित्वों को निभाने की जरूरत है. फादर सुनील तिर्की ने कहा आज के बच्चे कल के सेवक हैं, जिन पर समाज को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है. मिस्सा अनुष्ठान के बाद बालक-बालिकाओं ने पुरोहितों व अभिभावकों का आशीर्वाद लिया. मौके पर फा बिपिन किशोर सोरेंग , फादर रंजीत डुंगडुंग, एवं अन्य पुरोहित उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है