समस्तीपुर :
सिंघिया खुर्द गांव में वैद्यनाथ महतो की पत्नी 35 वर्षीय फुलो देवी की हत्या के साथ ही बेटी के घर बसाने का सपना अधूरा रह गया. जिंदगी भर संघर्ष करते हुए मां-पिता ने तिनका-तिनका बटोरा और बेटी के शादी का अरमान संजोया था. पल भर में खुशियों की जगह मातम पसर गया. शनिवार देर रात अपराधियों ने घर में सोई फुलो की धारदार हथियार से हत्या कर दी. परिजनों ने बताया कि घटना के वक्त फुलो घर में अकेली थी. घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर पक्का मकान है. रात करीब दस बजे मृतका के पुत्र मनीष और पुत्री अंजली पुरानी झोपड़ी के घर में मां के साथ भोजन कर नये मकान में दादी कुसुम देवी के साथ सोने चले गये थे. सुबह में जब अंजली की नींद खुली तो वह झोपड़ी में अपनी मां से मिलने पहुंची. जहां देखा कि आंगन में उसकी मां का खून से लथपथ शव पड़ा था. उसने शोर मचाकर आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी. घटनास्थल पर परिवार के लोग विलाप कर रहे थे. महिला के दो पुत्र और एक पुत्री है. उसके पति वैद्यनाथ पासवान आंध्र प्रदेश में मजदूरी करते हैं. परिजनों ने बताया कि दस दिन पूर्व ही फुलो ने अपनी पुत्री की शादी तय की थी. चार माह बाद शादी का समय निर्धारित था. वैद्यनाथ पासवान अपनी पुत्री की शादी तय करने घर आये थे. आठ दिन पूर्व आंध्र प्रदेश में मजदूरी के लिए निकल गये. मां-पिता ने बड़े अरमान से अपनी पुत्री के शादी का सपना संजोया था. घर में हंसी-खुशी का माहौल था. घटना के बाद परिवार पर विपत्ति की पहाड़ टूट गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.हत्या की नियत से पहुंचे थे बदमाश
सिंघिया खुर्द गांव के वार्ड आठ में शनिवार रात घर के अंदर सोई महिला की निर्मम हत्या से परिवार ही नहीं गांव के लोग भी स्तब्ध हैं. अपराधियों ने धारदार हथियार से वार कर महिला को मौत के घाट उतार दिया. घटना के पीछे अपराधियों के प्रतिशोघ की भावना झलक रही है. ऐसा प्रतीत होता है कि कातिल आसपास का ही रहने वाला और घटनास्थल पर संभावित स्थित से भलीभांति वाकिफ था. घटनास्थल से पुलिस को एक धारदार हथियार बरामद हुआ है, जो अपराधियों की बताई गई है. इससे तय है कि अपराधियों ने पूर्व से महिला की हत्या की मंशा बना रखी थी. घटनास्थल के उत्तर दिशा में आबादी और मकान है. जबकि, तीनों ओर खेत-खलिहान है. एएसपी ने संजय पाण्डेय ने बताया कि घटनास्थल पर एफएसएल टीम द्वारा जांच कर कई साक्ष्य एकत्र किये गये हैं. इसके अलावा जिला पुलिस के डीआइयू टीम को अनुसंधान में लगाया गया है. जल्द ही कातिलों की पहचान कर ली जायेगी.
वैद्यनाथ के मानजन बनने पर हुआ था विवाद
मृतका की सास कुसुमा देवी ने बताया कि दो तीन माह पूर्व समाज में पासवान जाति के लोगों ने उसके पुत्र वैद्यनाथ को मानजन बनाया था. इसको लेकर कुछ प्रतिद्वंद्वियों से मनमुटाव चल रहा था. पूर्व में कुछ लोगों ने हत्या की धमकी भी दी थी. मृतक परिजनों ने पूर्व के विवाद में हत्या की आशंका व्यक्त की है. थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना को लेकर सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. जल्द ही मामले का पर्दाफाश होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है