संवाददाता, पटना जदयू के प्रदेश प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव, प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल और मनीष यादव ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में आरक्षण और जाति गणना को लेकर तेजस्वी यादव के खत को झूठ का पुलिंदा बताया है. इस दौरान पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट इम्तियाज अहमद अंसारी भी मौजूद थे. पार्टी प्रवक्ताओं ने तेजस्वी यादव से सवाल पूछा है कि क्या उन्होंने जाति आधारित गणना को लेकर सरासर झूठ नहीं बोला? जबकि सच्चाई ये है कि बिहार में जाति आधारित गणना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच थी. उन्होंने इसको लेकर विधानसभा की सहमति के बाद अपने संसाधनों के बल पर राज्य में जाति आधारित गणना को सफलतापूर्वक कराया. सीएम नीतीश कुमार ने करायी जाति गणना तेजस्वी यादव से पार्टी प्रवक्ताओं ने पूछा है कि क्या ये सही नहीं है कि जाति आधारित गणना कराकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पिछड़ों और अति पिछड़ों, दलितों के लिए आरक्षण का दायरा भी बढ़ाया? जबकि तेजस्वी यादव इसका झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं? जदयू प्रवक्ताओं ने पूछा कि क्या यह सही नहीं है कि मुख्यमंत्री बन जाने के बाद लालू प्रसाद अति पिछड़ों को आरक्षण खत्म करने की सोच रहे थे? क्या यह सही नहीं है कि लालू प्रसाद ने पहले अपनी पत्नी राबड़ी देवी को आरक्षण देकर सीएम बनाया. उसके बाद अपने बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को आरक्षण दिया और उन्हें डिप्टी सीएम और मंत्री बनाने का काम किया? तेजस्वी यादव ये बताएं कि आज जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने वाले लालू प्रसाद के दिल में ‘जननायक’ कर्पूरी ठाकुर के प्रति घोर दुराग्रह नहीं था? जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि तेजस्वी यादव ये बताएं कि क्या उनकी पार्टी आरजेडी हमेशा से महिला आरक्षण की विरोधी नहीं रही है? क्या ये सच नहीं है कि उन्हीं की पार्टी के एक सांसद ने लोकसभा में महिला आरक्षण की प्रति को फाड़कर फेंकने का काम किया था?
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