दारू के बलिया की घटना, शाम सात बजे ही दो दर्जन हाथी गांव में आ धमके
ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को हाथी आने की दी सूचना, घटना के बाद पहुंचे वन कर्मी
प्रतिनिधि, हजारीबाग-दारू
दारू के बलिया गांव में हाथियों के झुंड ने एक व्यक्ति को पटक-पटक कर मार डाला. मृतक अशोक राम (45 वर्ष) कबलासी पंचायत के पूर्व मुखिया राखी देवी के पति थे. घटना 26 मई की रात करीब नौ बजे की है. इस दर्दनाक घटना से गांव में दहशत का माहौल है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रविवार की रात सात बजे ही हाथियों का झुंड बलिया गांव के मंडप के पास आ धमके. सभी हाथी खेत में लगे मकई, करेला, कोहड़ा समेत अन्य फसल को खाने लगे. इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग टीम को दी. वन विभाग की टीम हाथी भगाने नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने ही हाथी भगाने का प्रयास किया. हाथी भगाने के दौरान हाथियों के झुंड से एक बड़ा हाथी ग्रामीणों की तरफ दौड़ पड़ा. हाथी देख ग्रामीणों के बीच भगदड़ मच गयी. सभी ग्रामीण अपने घर की ओर दौड़ पड़े. इसमें अशोक राम (पिता सहदेव रविदास) और मो इस्माइल मियां (पिता जहूर मियां) भागने के क्रम में गिर पड़े. अशोक राम के गिरते ही हाथी ने अपने सूंड से लपेट लिया और पटक-पटक कर मार डाला. वहीं, इस्माइल मियां अपनी जान बचाकर भाग निकला. इस्माइल ने बताया कि भागने के दौरान तीन बार गिर पड़े. इसमें मेरा बांया हाथ टूट गया. इसके बाद सभी ग्रामीण अपने-अपने घरों में दुबक गये. घटना के बाद हाथियों का झुंड पूरे गांव को घेर लिया. रात करीब 11:00 बजे वन विभाग की टीम साइरन बजाते हुए गांव पहुंची. सभी हाथी अशोक राम के शव को चारो ओर से घेर कर खड़े थे. साइरन बजाने के बाद भी हाथी टस से मस नहीं हो रहे थे. बड़ी मशक्कत के बाद हाथियों का झुंड बलिया जंगल की ओर निकल गये. इस झुंड में करीब दो दर्जन से अधिक हाथी हैं. इसमें दो बच्चे भी शामिल हैं. घटना की सूचना मिलते ही दारू थाना प्रभारी शफीक खान घटना स्थल पर पहुंचे. शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज भेज दिया.
अशोक राम की बच सकती थी जान
ग्रामीणों ने बताया कि सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मी समय पर नहीं पहुंचे. यदि कर्मी समय पर पहुंच जाते तो शायद अशोक राम की जान बच सकती थी. वन विभाग को हाथी आने की सूचना रात सात बजे दी गयी. लेकिन घटना होने के बाद कर्मी सायरन बजाते गांव में पहुंचे. अशोक घर का इकलौता कामाउ सदस्य थे. अशोक के दो पुत्री और एक पुत्र हैं. इस घटना के बाद बलिया गांव के अलावा गाड़ी सडम, तिउज, शिलाडीह, लोहंडी समेत आधा दर्जन गांव के लोग दहशत में हैं.
चार साल में हाथियों ने ली चार लोगों की जान
हजारीबाग जिले के दारू, सदर, टाटीझरिया समेत अन्य प्रखंड के दर्जनों गांव में हाथियों की चहलकदमी पिछले दस वर्षों से बढ़ गयी है. हाथियों के झुंड ने पिछले चार वर्षों में अब तक चार लोगों की जान ले ली है. 26 मई 2024 को अशोक राम को हाथियों ने पटक-पटक कर मार डाला. 17 फरवरी 2021 को दारू के चिरूवां गांव के महावीर महतो को उनके बारी में ही मार डाला था. एक दिन बाद 18 फरवरी 2021 को टाटीझरिया के केसुड़ा निवासी सरस्वती देवी पति स्व महादेव राम ने जगदंबा भगवान कहकर हाथी को प्रणाम करने पहुंची थी. इसी दौरान हाथियों ने मार डाला था. वर्ष 2022 में दारू के पिपचो निवासी जगनी मलहारनी को हाथियों ने जान ले ली थी.
अब तक दो हाथी की हुई मौत
दस वर्ष के अंतराल में दो हाथी की मौत हो गयी है. पहले हाथी के बच्चा की मौत 2014 में दारू प्रखंड क्षेत्र के लुकुइया गांव में हुई थी. उस समय हाथियों ने एक मिट्टी के मकान को तोड़ दिया और खाने की सामग्री निकालने के लिए बच्चा हाथी घर के अंदर प्रवेश किया था. उसी दौरान घर में लगे लकड़ी का कढ़ी बच्चा हाथी के सिर पर गिर गया था. उसकी मौत हो गयी थी. दूसरे हाथी की मौत 12 मई 2024 को सरद प्रखंड के सरौनी गांव में करंट से मौत हो गयी थी.
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