रंका प्रखंड के गोदरमाना में पेयजल के लिए हाहाकार मचा है. यहां जो दो-तीन चापाकल पानी दे रहे थे, उनसे पानी निकलना बहुत कम हो गया है. परिणाम स्वरूप ग्रामीणों को पानी के लिए रात-रात भर जागना पड़ रहा है. ग्रामीण राजेश गुप्ता, गणेश सिंह व नितेश कुमार ने बताया कि बाजार का केवल एक चापाकल ही पानी दे रहा है. इसी से गोदरमाना के लगभग 100 घरों के लोग पानी ले रहे हैं. यह चापाकल भी रात में खराब हो गया था. इसे लोगों ने आपस में चंदा करके निजी मिस्त्री से रात में ही बनवाया. तब जाकर आसपास के लोगों के घरों को पानी मिला. वहीं दुर्गा मंदिर के पास लगी सोलर जलमीनार का समरसेबल खराब हो गया है. इससे उस सोलर जलमीनार से पानी भरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि इस जलसंकट से निबटने में मुखिया या प्रशासन की दिलचस्पी नहीं है. कनहर नदी भी पूरी तरह सूख चुकी है. इस कारण अब उन्हें पानी भरने के लिए रात में ही जगकर कम से कम 500 मीटर दूर स्थित चापाकल से पानी भरना पड़ रहा है. मौके पर उपस्थित वार्ड सदस्य राजेश गुप्ता, ग्रामीण गणेश सिंह, विकास गुप्ता, प्रकाश गुप्ता, नितेश गुप्ता, नागेंद्र गुप्ता, गुड्डू कुमार, उपेंद्र यादव व विनोद गुप्ता ने गोदरमाना में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है.
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