टीएमबीयू के लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी स्थित महिला हॉस्टल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगा है. सोमवार को डीएसडब्ल्यू पीजी गर्ल्स हॉस्टल टू का निरीक्षण करने पहुंचे थे. तभी हॉस्टल के देखभाल करने वाले कर्मी ने कहा कि महिला हॉस्टल है. लेकिन सुरक्षा के लिए एक लाठी तक उनलोगों को विवि प्रशासन की तरफ से नहीं दिया है सर. यहां तक की टॉर्च भी नहीं है. अपने घर से लेकर आना पड़ता है. दरअसल, डीएसडब्ल्यू गर्ल्स हॉस्टल टू से लोहा चोरी के मामले में जांच करने गये थे. हॉस्टल के छत पर लोहा रखा हुआ मिला. इसी क्रम में छत पर से टूटी दीवार व अवैध रास्ता को देखा. कर्मियों ने बताया कि दिन के समय लड़के व कुछ महिला हॉस्टल परिसर में प्रवेश कर जाते हैं. रोकने के बाद भी नहीं मानते हैं. यह सुन कर डीएसडब्ल्यू ने नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. मौके से विवि इंजीनियर संजय कुमार से बाउंड्री निर्माण में हो रही देरी को लेकर जानकारी ली. इंजीनियर ने कहा कि रजिस्ट्रार के कार्यालय में फाइल है. वहां से वर्क ऑडर मिलने का इंतजार किया जा रहा है. वहीं से डीएसडब्ल्यू ने रजिस्ट्रार को फोन लगाया. उन्होंने हॉस्टल में बाउंड्री टूटी होने व छात्राओं में असुरक्षा के बारे में जानकारी दी. डीएसडब्ल्यू ने रजिस्ट्रार को फोन से ही कहा कि बाउंड्री नहीं होने से कभी भी महिला हॉस्टल में हादसा हो सकता है. रजिस्ट्रार ने कहा कि मुख्यालय आने पर मामले को देखेंगे. उधर, हॉस्टल अधीक्षक सिमरन ने डीएसडब्ल्यू को बताया कि हॉस्टल में काम चल रहा है. काम करने वाले ही लोहा इधर-उधर रख दिया हो. बता दें कि पीजी महिला हॉस्टल टू के पीेछे का चारदीवारी टूटने से करीब चार-पांच साल बीत चुका है.
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