North Korea Missile: उत्तर कोरिया ने सोमवार को समुद्र में एक मिसाइल दागी. जापान और दक्षिण कोरिया ने यह जानकारी दी है. यह मिसाइल ऐसे समय दागी गई है जब उत्तर कोरिया ने कुछ घंटे पहले ही अपने दूसरे सैन्य टोही उपग्रह को ले जाने वाले रॉकेट को कक्षा में स्थापित करने की योजना की घोषणा की थी. उत्तर कोरिया ने पहले सोमवार से तीन जून तक के एक उपग्रह रॉकेट प्रक्षेपित करने की अपनी योजना के बारे में जापान के तट रक्षक को सूचित किया था.
जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्तर कोरिया के प्रक्षेपण के बाद ओकिनावा द्वीप के लिए जारी मिसाइल अलर्ट को वापस ले लिया और कहा कि ऐसा माना जाता है कि मिसाइल उसके क्षेत्र की ओर नहीं आई. उत्तर कोरिया ने अमेरिका के नेतृत्व में बढ़ते सैन्य खतरों से निपटने के लिए अंतरिक्ष-आधारित निगरानी नेटवर्क बनाने के प्रयासों के तहत पिछले साल नवंबर में अपना पहला सैन्य टोही उपग्रह कक्षा में भेजा था.
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने बाद में सत्तारूढ़ पार्टी की बैठक में कहा कि देश 2024 में तीन अतिरिक्त सैन्य जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित करेगा. उत्तर कोरिया जापान को प्रक्षेपण से जुड़ी जानकारी देता है क्योंकि जापान का तट रक्षक बल पूर्वी एशिया में समुद्री सुरक्षा जानकारी का समन्वय और प्रसारण करता है.
उत्तर कोरिया की रॉकेट प्रक्षेपण की योजना
उत्तर कोरिया ने अगले सप्ताह की शुरुआत में एक रॉकेट प्रक्षेपित करने की अपनी योजना की सोमवार को घोषणा की जिसके जरिए वह संभवत: अपने दूसरे सैन्य जासूसी उपग्रह अंतरिक्ष में पहुंचाएगा. उत्तर कोरिया के पड़ोसियों दक्षिण कोरिया एवं जापान ने इस घोषणा की निंदा की है. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने चार साल से अधिक समय में अपनी पहली त्रिपक्षीय बैठक के लिए सियोल में मुलाकात की, तभी उत्तर कोरिया के संबंध में यह जानकारी मिली. जापान के तट रक्षक ने बताया कि उसे उत्तर कोरिया ने ‘उपग्रह रॉकेट’ के तय प्रक्षेपण के बारे में सूचित किया है जिसमें सोमवार से तीन जून की आधी रात तक कोरियाई प्रायद्वीप एवं चीन के बीच के जलक्षेत्र और फिलीपीन द्वीप लुजोन के पूर्व में सुरक्षा बरतने को लेकर सचेत किया गया है.
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