संविधान की मूल भावना को खत्म कर रहा ‘इंडी’ गठबंधन
जदयू की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने मुस्लिम समुदाय के आरक्षण को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव की तरफ से की जा रही बयानबाजी की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को लोगों के बीच भ्रम फैलाने से पहले तथ्यों की सही तरीके से जानकारी ले लेनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ मुस्लिम आरक्षण को लेकर तेजस्वी यादव को बयानबाजी करने से पहले ये जानना चाहिए कि जिन लोगों के आरक्षण खत्म करने की बात की जा रही है वो लोग आरक्षण के संविधानिक दायरे में आते ही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में वो आते हैं, जो सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से पिछड़े हैं. जिसमें गैर हिंदू भी शामिल हैं और जिसे मंडल कमीशन ने सूचीबद्ध किया है.
अंजूम आरा ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में मुस्लिम समुदाय के ऐसे लोगों को आरक्षण का लाभ मिल रहा है जो संविधानिक तौर पर उसके हकदार नहीं हैं. कारण है कि ये लोग सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए नहीं हैं. पार्टी प्रवक्ता ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिमों के तुष्टीकरण और चुनावों में इनका वोट हासिल करने के मकसद से ही तेजस्वी यादव गलतबयानी कर रहे हैं, जबकि केंद्र की एनडीए सरकार मुस्लिमों की सच्चे तौर पर हितैषी है और इस समुदाय में जिन वर्गों को सही तौर पर आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए वो उसे दे रही है. वहीं, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पिछड़ा और अति छड़ा विरोधी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है