नियम परिनियम को ताक पर रखकर पीजी फोर्थ सेमेस्टर की सीआईए परीक्षा ली जा रही है. एक साथ नामांकन व सीआईए की परीक्षा को लेकर पीजी में नामांकित छात्र- छात्राओं के बीच असमंजस्य की स्थिति बरकरार है. डीएस कॉलेज के अलग-अलग पीजी फोर्थ सेमेस्टर में नामांकित छात्रों के बीच ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. कई छात्र-छात्राओं का कहना था कि पूर्णिया विवि के डीएसडब्ल्यू द्वारा 21 मई को एक पत्र जारी करते हुए पीजी फोर्थ सेमेस्टर सत्र 2022-24 में नामांकन के लिए 24 मई तक समय विस्तार किया गया. इससे पूर्व 18 मई को पीयू परीक्षा विभाग द्वारा पीजी चतुर्थ सेमेस्टर 2024 के सीआई परीक्षा लेने के लिए पत्र जारी कर दिया गया. जिसमें कहा गया कि पीजी सेमेस्टर दिसम्बर 2023 की परीक्षा समाप्ति के बाद कक्षाएं प्रारंभ कर दी गयी थी. इसके बाद छात्र-छात्राओं का नामांकन भी चतुर्थ सेमेस्टर में करा लिया गया. सीआईए की परीक्षा 20 से 25 मई तक संचालित कराकर तीन प्रतियों में अंक पत्र, उपस्थिति पत्रक, मेमो के साथ-साथ छात्रों के ईसी वन, ईसी टू, डीएसई व जीई पेपर की सूची 28 मई तक परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराने को लेकर पत्र जारी किया गया. साथ ही जो छात्र इस परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते हैं. वे किसी भी परिस्थिति में परीक्षा प्रपत्र नहीं भर पायेंगे का निर्देश भी जारी कर दिया गया. इसके आलोक में डीएस कॉलेज के पीजी के अधिकांश विषयों की सीआईए परीक्षा ले ली गयी. शेष की ली जा रही है. जबकि उनलोगों की माने तो बीएनएमयू कार्यकाल के दौरान सीआईए परीक्षा साल में दो बार ली जाती थी. छह माह के अंतराल पर लेकिन पीयू द्वारा नामांकन के साथ साथ सीआईए परीक्षा छात्रों के समझ से एक ओर जहां परे है. दूसरी ओर उनलोगों के बीच रिजल्ट को लेकर भविष्य में किसी तरह की परेशानी आयेगी. इस पर भी संशय की स्थिति बरकरार है.
विवि के आदेश को किया जाता है पालन
डीएस कॉलेज के वरीय प्राध्यापक डॉ मदन कुमार झा का कहना है कि विवि के आदेश को अक्षरश: पालन किया जाता है. पीयू परीक्षा विभाग द्वारा पीजी फोर्थ सेमेस्टर की सीआईए परीक्षा लिये जाने के आदेश पर परीक्षा ली गयी. सोमवार को इतिहास विषय की सीआईए ली गयी है. सभी का अंकपत्र विवि को भेजना है.सत्र नियमित करने को लेकर ली जा रही परीक्षा
पीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ एके पांडेय की माने तो सत्र नियमित करने को लेकर पीजी फोर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं का सीआईए परीक्षा ली जा रही है. पूर्व से कई सत्र लंबित थे. जिसे नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है