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Heat Rash: क्या आप हीट रैश से हैं परेशान, तो ऐसे करें इसकी पहचान, जानें क्या है समाधान

Heat Rash: गर्मी के दिनों में लू और पसीने से होने वाली रैसेश हमारी त्वचा को बहुच प्रभावित करती है. कई बार हम इसे अनदेखा कर देते हैं. जिससे त्वचा पर लालीमा और दानें निकल आते हैं. जो बेहद जलनशील होती. आइए जानें कैसे करें रैसेश की पहचान और जानें इसका समाधान.

Heat Rash: लू से हर लोग परेशान है,गर्मी के दिनों में लू सभी के स्वास्थ्य पर असर डालता है. ऐसे में त्वचा शरीर की सबसे बाहरी परत होने के कारण, शरीर के सुरक्षा कवच की तरह, बाहरी वातावरण में होने वाले हर छोटे बदलाव से निरंतर संवाद करती रहती है और प्रभावित होती है. आइए जानते हैं विशेषज्ञों के अनुसार की गर्मी के दिनों में अगर स्किन में दानें या रैशेज निकल रहें हैं तो इसका कैसे करें समाधान.

1.घमौरियां

यह सनबर्न जैसे दाने के रूप में सामने आ सकता है, जो चेहरे, हाथों या पैरों पर लाल, जलन और खुजली वाला होता है. हीट रैश, जिसे घमौरियां और मिलिएरिया भी कहा जाता है, जो बच्चों ही नहीं बल्की बड़ों को भी प्रभावित करती है.

2.पसीने से जलन और खुजली होनी

स्किन के रगड़ाने के कारण ढके हुए हिस्से, शरीर के विभिन्न हिस्सों में घर्षण, लालिमा, जलन और खुजली का कारण बन सकते हैं, विशेष रूप से शरीर की परतों जैसे बगल, कमर की सिलवटों, कमर (बेल्ट क्षेत्र), महिलाओं में स्तनों के नीचे दाने निकल आते हैं. यह दाने पीठ पर भी दिखाई दे सकते हैं, खासकर अगर कोई नियमित रूप से पॉलिएस्टर परिधान या टाइट फिटिंग वाले कपड़े पहनता है.

3.मिलिअरिया रूबरा या घमौरियां

यह पसीने की ग्रंथियों के छिद्रों में रुकावट है, जो आमतौर पर छोटे बच्चों और यहां तक कि बड़ों में भी होती है, अगर कोई बहुत अधिक पसीना बहा रहा है, कपड़ों की अतिरिक्त परतें पहन रहा है, या पॉलिएस्टर या टाइट फिट कपड़े पहन रहा है. वे चिड़चिड़े चकत्ते हैं, या कहे तो संक्रमित भी हो सकते हैं.

4.फंगल संक्रमण

गर्मी के मौसम में यह आम बात है. यह ज़मीन की तहों (जॉक्स इच), पैर की उंगलियों के वेब स्थानों (एथलीट फ़ुट) और नितंबों के बीच (आमतौर पर सार्वजनिक पश्चिमी कमोड के उपयोग के कारण) होता है.

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5.गर्मी से फोड़े आना

हम सभी की त्वचा पर बैक्टीरिया होते हैं; गर्म और आर्द्र परिस्थितियां अक्सर रोगजनकों के विकास के लिए आदर्श वातावरण प्रदान करती हैं. हीट फोड़े आमतौर पर बच्चों में चेहरे पर, जांघों के बालों के रोम पर और वयस्कों में पेट पर होते हैं.

रोकथाम एवं समाधान

  1. सांस लेने योग्य सूती और लिनन के कपड़े पहनें (पॉलिएस्टर नहीं)
  2. अच्छी फिटिंग वाले ढीले कपड़े पहनें (खराब या टाइट फिटिंग वाले नहीं)
  3. दिन में दो-तीन बार अंडरगारमेंट्स और ब्रेसियर सहित कपड़े बदलें. लोग जांघ पर चकत्ते/संक्रमण/धब्बे को रोकने के लिए बॉक्सर या यू-आकार के अंडरगारमेंट्स का विकल्प चुन सकते हैं (क्योंकि इलास्टिक हमेशा पॉलिएस्टर का होता है)
  4. बाहर से घर आने के बाद, खासकर अगर पसीना आ रहा हो, या व्यायाम/नृत्य/खेल गतिविधि के बाद स्नान करना चाहिए. उपर्युक्त सभी चकत्तों के लिए पसीने वाले कपड़े पहनना एक महत्वपूर्ण कारक है.
  5. शरीर को 8-10 गिलास पानी से हाइड्रेट करना और नारियल पानी, ताजा नीबू का रस, कोकम शर्बत, चुकंदर गाजर कांजी आदि के साथ इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को प्राथमिकता देना अत्यंत महत्वपूर्ण है.

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