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Chitwan National Park of Nepal : रॉयल बंगाल टाइगर और एक सींग वाले एशियाई गैंडे को देखने चलेंगे क्या?

वन्यजीव प्रेमियों के लिए चितवन नेशनल पार्क जाना एक अनूठा अनुभव होगा. वाइल्डलाइफ सफारी के लिए यह आदर्श स्थान है.

हमारे पड़ोसी देश नेपाल पर प्रकृति ने भरपूर प्यार लुटाया है. यहां के प्राकृतिक दृश्य आपको पूरी तरह बांध न लें, तो कहियेगा. यदि आपको प्रकृति और वन्य जीवों से प्रेम है, तो इस बार नेपाल के जंगलों व नेशनल पार्क का आनंद उठाइए. आइए, हम आपको लिये चलते हैं चितवन नेशनल पार्क. यह स्थल प्रकृति के मनोरम व नयनाभिराम दृश्यों को अपने अनुभवों में समेटने और वन्य जीवों को देखने की जो प्यास आपके भीतर है, उसे बुझाने की सबसे अच्छी जगह है.

वाइल्डलाइफ सफारी के लिए ideal place

चितवन नेशनल पार्क नेपाल के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है. यहां के जंगल में आपको वन्यजीवों को देखने के बाद जो अनुभव मिलेगा, ऐसा अनुभव शायद ही कहीं और आपको मिले. एकदम अलग और अद्भुत नजारे को अपने भीतर समेटे यह पार्क आपकी प्रतीक्षा में है. पर जरा ठहरिये और अपने भीतर थोड़ी हिम्मत पैदा कीजिए. डर को पीछे छोड़िए और तैयार हो जाइए जंगल की यात्रा के लिए. इस यात्रा के दौरान अवलोकन कीजिए यहां मौजूद वन्यजीवों का. ऐसा आपको इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि चितवन नेशनल पार्क वाइल्डलाइफ सफारी के लिए ideal place है. यहां के जंगलों में आपको बड़ी शान से घूमते रॉयल बंगाल टाइगर, एक सींग वाले एशियाई गैंडे, झुंड में विचरण करते एशियाई हाथी दिख जायेंगे.

अनुभवी गाइड का साथ जंगल सफारी का आनंद बढ़ा देगा

वन्यजीव अपने प्राकृतिक आवास में जिस तरह रहते हैं, वैसा अनुभव यदि करना है, तो आप जंगल सफारी पर जाएं. इसके लिए आप जीप से जंगल के भीतर जाइए. यदि आप चाहें तो एक ऐसी डोंगी की सवारी भी कर सकते हैं, जो बिल्कुल आवाज न करती हो, इससे पशु-पक्षी डिस्टर्ब नहीं होंगे. इस तरह आप जानवरों को उनके प्राकृतिक स्वरूप में देख सकते हैं. यदि आपके पास दूरबीन है, तो डोंगी की सवारी करते हुए आकाश में उड़ते पक्षियों को देखने का आनंद अवश्य उठाइयेगा. जंगल सफारी का भरपूर आनंद उठाना उठाने के लिए आपको एक ऐसे अनुभवी गाइड की सहायता लेनी होगी जो जंगल के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हो. इसलिए, अनुभवी गाइड को साथ लेकर ही जंगल की सैर करें. यदि आप हाथी की सवारी में interested हैं, तो हाथी की सवारी भी कर सकते हैं. हाथी की पीठ पर बैठ जंगल की खोज करने के रोमांच का अनुभव करने और यहां की मन मोह लेने वाली सुंदरता को देखने के बाद आपका मन बार-बार यहां आने को करेगा.

नदी व दलदलों के किनारे मिलेंगे मगर व घड़ियाल

इस पार्क की सैर करते हुए दलदलों और नदियों के किनारे आपको घड़ियाल व दलदल में रहने वाले मगरमच्छ धूप सेंकते हुए मिल जायेंगे. ये जानवर नदी व दलदल के रेतीले किनारों पर शांत पड़े हुए काफी समय बिताते हैं. इसी कारण आप इनको जी भरकर देख सकते हैं. इतना ही नहीं, जंगल में घूमते हुए हाथी और इसके झुंड को देख आनंदित हो सकते हैं. यदि आपको घड़ियालों में रुचि है, तो gharial breeding centres जाकर घड़ियाल के life cycle के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. यदि आप बच्चों के साथ यहां आते हैं, तो इस अनुभव को वे कभी नहीं भूलेंगे.

यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है नेपाल का पहला राष्ट्रीय उद्यान

चितवन नेशनल पार्क पार्क चितवन जिले के भीतरी तराई के निचले क्षेत्रों में महाभारत रेंज के तल पर स्थित है. 932 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला यह उद्यान पूरे एशिया में सबसे अच्छी तरह preserved conservation area है. इस पार्क में mammals, reptiles और birds की काफी वैरायटी आपको देखने को मिलेगी. वास्तव में यह पार्क एक सींग वाले गैंडे और रॉयल बंगाल टाइगर जैसे endangered species की अंतिम शरणस्थली में से एक है. यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल इस पार्क को 1973 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा मिला था. यह नेपाल का पहला National Park भी है.

पार्क का 70 प्रतिशत हिस्सा साल के जंगल से घिरा है

पार्क के लगभग 70 प्रतिशत हिस्से में साल के जंगल है. इसके अतिरिक्त यहां आपको घास के मैदान, नदी के किनारे के जंगल (riverine forest), साल के साथ चिर पाइन पाइनस रॉक्सबर्गी के वृक्ष भी देखने को मिल जायेंगे. Riverine Forest की यदि बात करें, तो उनमें खैर (Acacia catechu), सिसो (Dalbergia Sisso) और सिमल (Bambax Ceiba) के वृक्ष शामिल हैं. घास के मैदान मुख्य रूप से नदी के तट के समीप वाले मैदान में स्थित हैं, जहां बाढ़ आती रहती है. यह मैदान हाथी घास (Saccharum Spp.) सहित 50 से अधिक विभिन्न प्रकार के घासों से पटा हुआ है, जिनकी ऊंचाई आठ मीटर तक हो सकती है.

पशु-पक्षियों की विविध प्रजातियां का घर है पार्क

इस पार्क में स्तनधारियों, यानी मैमल्स की कुल 68 प्रजातियां, हर्पेटो जीवों की 56 प्रजातियां और मछलियों की 126 प्रजातियां रिकॉर्ड की गयी हैं. यह पार्क विशेष रूप से एक सींग वाले गैंडे, रॉयल बंगाल टाइगर और घड़ियाल मगरमच्छ (Gharial Crocodile) के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है. इस पार्क में न केवल दुनिया का सबसे बड़ा terrestrial mammal (जंगली हाथी), बल्कि दुनिया का सबसे छोटा terrestrial mammal (pygmy shrew) भी है. यहां अब तक पक्षियों की कुल 544 प्रजातियां रिकॉर्ड की गयी हैं, जिनमें 22 globally threatened species हैं, जिनमें critically endangered Bengal Florican, Slender billed Vulture, White rumped Vulture और Red headed Vulture शामिल हैं. इन प्रजातियों को देखने के लिए वन्यजीव प्रेमियों का एक बार यहां आना तो बनता ही है.

ऐसे जाएं : चितवन जाने के लिए पब्लिक बस, टूरिस्ट कोच और एयरलाइन सर्विस सभी उपलब्ध हैं. नेपाल की सीमा बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और पश्चिम बंगाल से लगती है. यहां से पहले नेपाल के नजदीकी शहर और फिर वहां से चितवन जाना होगा.

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