रांची (विशेष संवाददाता). फेडरेशन ऑफ रिटायर्ड यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ झारखंड (फ्रुक्टाज) ने रांची विश्वविद्यालय के कुलपति से आंतरिक स्रोत से होनेवाले खर्चों से संबंधित श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है. शिक्षकों ने विवि के शिक्षकों को वेतन व पेंशन का भुगतान प्रत्येक माह की पहली तारीख को ही करने का आग्रह किया है. उक्त मांगें मंगलवार को रांची विवि परिसर स्थित संघ कार्यालय में अध्यक्ष डॉ जगत नंदन प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित फ्रुक्टाज की बैठक में रखी गयी. बैठक में शिक्षकों ने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याओं के संबंध में विवि से कई बार वार्ता हुई, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है. बकाया भुगतान भी नहीं मिला है. जिन शिक्षकों का मामला कोर्ट से आता है, विवि सिर्फ उन पर ध्यान दे रहा है. बैठक में यह भी कहा गया है कि जेपीएससी द्वारा पहले प्रोन्नति दी जाती है, फिर उसे वापस ले लेता है. आयोग कब वापस ले लेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है. जेपीएससी में प्रोन्नति, डेट शिफ्टिंग का प्रस्ताव वर्षों से लंबित रहता है, इसलिए राज्य में विवि सेवा आयोग का गठन अत्यंत जरूरी हो गया है. ताकि समय पर नियुक्ति व प्रोन्नति मिलने से शिक्षक कुलपति/प्रतिकुलपति आदि पदों के लिए योग्य हो सकें. बैठक कहा गया कि 65 से 75 वर्ष के सेवानिवृत्त शिक्षकों की समिति बनाने का आग्रह कुलाधिपति से किया जायेगा, जो विवि की क्रियाकलापों पर नजर रख सके. बैठक में अल्पसंख्यक कॉलेजों के शिक्षकों की पेंशन आदि का भुगतान समय करने की मांग कुलपति से की गयी. बैठक में डॉ बब्बन चौबे, डॉ हरिओम पांडेय, डॉ राम एकबाल तिवारी, डॉ एसके झा, डॉ केएन प्रसाद, डॉ डीएन श्रीवास्तव, डॉ इंदिरा पाठक, डॉ केके ठाकुर, डॉ एसके पॉल, डॉ जीतेंद्र प्रसाद सिन्हा, डॉ सरफराज अहमद, डॉ वासुदेव सिंह, डॉ कमला गुप्ता, डॉ लाल गिरिजाशंकर नाथ शाहदेव, डॉ एलएन चौबे, डॉ सुरेंद्र ठाकुर, डॉ पुष्पा शरण, डॉ एलएम प्रसाद, डॉ अमल चौधरी, डॉ उषा रानी गुप्ता आदि मौजूद थे.
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