सदर अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में मंगलवार को जिले के विभिन्न अस्पतालों के चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचओ एवं मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया. इसमें डेंगू एवं चिकुनगुनिया से बचाव, रोकथाम एवं नियंत्रण संबंधी जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने कहा कि डेंगू व चिकुनगुनिया के बारे में लोगो में जागरूकता लाने की जरूरत है. मॉनसून के दौरान व इसके बाद मच्छर जनित बीमारियों का संक्रमण बढ़ जाता है. इसलिए किसी भी बुखार को हल्के में न लें. उसका जांच व इलाज करायें. जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ पुष्पा सहगल ने कहा कि डेंगू व चिकुनगुनिया वायरल रोग है. इसके लिए प्लान बना कर कार्य करें. ताकि बीमारियों का नियंत्रण जल्द किया जा सके.
सूखा दिवस मनाने के लिए प्रेरित करें : पदाधिकारियों से कहा गया कि वे लोगो को सप्ताह में एक दिन सूखा दिवस मनाने के लिए जागरूक करें. इसमे पानी रखने वाले सभी कंटेनर को धो कर एवं सुखाकर फिर से पानी भरें. प्रशिक्षक अरविंद कुमार द्विवेदी ने कहा कि डेंगू /चिकुनगुनिया संक्रमित मादा एडिस मच्छर के काटने से फैलता है. यह मच्छर साफ एवं ठहरे हुए पानी मे अंडे देती है. उन्होंने मच्छरों के नियंत्रण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी. जबकि प्रशिक्षक डॉ संतोष कुमार मिश्रा ने डेंगू/चिकुनगुनिया के क्लिनिकल मैनजमेंट के बारे में बताया.
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