बक्सर. जिला गर्मी और लू की चपेट में है. तापमान में लगातार वृद्धि जारी है. पूरा बक्सर जिला हीट वेब की चपेट में है. लिहाजा अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोत्तरी हुई है. मंगलवार की दोपहर 11 बजे ही तापमान 43 डिग्री पहुंच गया. प्रचंड गर्मी और लू चलने की संभावना मौसम विभाग ने जताया है. तापमान में वृद्धि होने से जिले के लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा है. गर्मी के कारण एक तरफ लोगों की परेशानी बढ़ गई है. जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं जीव जंतुओं का जीवन भी बेहाल हो गया है. गर्मी के कारण आम लोगों में बीमारियों में भी इजाफा हो गया है. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से संक्रमित होने लगे है. सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बढ़ते गर्मी को देखते हुए बीमारियों से बचने के लिए सावधानी बरतनी भी आवश्यक है. बढी गर्मी के कारण आम जनों के साथ ही जीव जंतु भी परेशान हो गये है. जिले का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है. वहीं गर्म पछुआ हवा के कारण 11 बजे के बाद नगर के साथ ही अन्य सड़कों पर वीरानगी छा रही है. सूर्य की रोशनी इतनी प्रखर हो गई है कि बाहर निकलते ही आग जैसी तपीश महसूस हो रही है. जिसके कारण नगर की सड़कें मंगलवार को 11 बजे के बाद वीरान हो गई. जो संध्या पांच बजे के बाद लोगों के सड़क पर निकलने से थोड़ी चहलकदमी शुरू हुई. लेकिन पांच बजे भी सूर्य की प्रखर ताप से लोग प्रभावित होते रहे. विशेष आवश्यकता वाले लोग ही इक्का दुक्का घरों से बाहर मुंह बांधकर निकलें. वहीं स्वास्थ्य विभाग से घरों में बच्चों एवं बूढों के साथ ही सभी को बने रहने की लगातार सलाह दी जा रही है. जिससे जिले में चल रहे गर्म हवा की चपेट में वे न आ सके. हीट वेव से बचाव जरूरी, नजरअंदाज से बढ़ेगी परेशानी जिले में तापमान अपने सबाब पर है. तापमान पिछले तीन दिनों से 43 के आस-पास बना हुआ है. तेेज पछुआ हवा के कारण आम जन जीवन के साथ जीव जंतु एवं पक्षियों तक का प्रभावित हो गया है. पक्षियों का कलवर भी नहीं सुनाइ दे रही है. हीट वेव से अभी जिले को छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा है. पछुआ हवा के साथ हीट वेव का लगातार बने रहने की ही सभावना जताया जा रहा है. घरों में पंखे की हवा भी राहत नहीं दे पा रहा है. जिससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. थोड़ी भी लापरवाही से लू लगने की संभावना कायम हो गई है. मौसम में हुए बदलाव से तरह-तरह के बीमारियों का खतरा बना हुआ है.
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