::: 20 दिनों में 1020 और नियम बदलने के बाद 08 दिनों में ही 1100 से अधिक पहुंची जमीन रजिस्ट्री ::: जून में रोजाना 300 तक जमीन की रजिस्ट्री सिर्फ मुजफ्फरपुर कार्यालय में पहुंचने का है अनुमान वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जमीन रजिस्ट्री में जमाबंदी की अनिवार्यता पर तत्काल लगे सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद जिले में जिस रफ्तार से जमीन की खरीद-बिक्री बढ़ी है. यही रफ्तार रहा तो आने वाले दिनों में रोजाना मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री ऑफिस में 300 के आसपास जमीन दस्तावेजों की रजिस्ट्री होगी. वर्तमान में 200-225 के बीच जमीन दस्तावेजों की रजिस्ट्री होती है. इससे राजस्व भी कई गुना बढ़ गया है. सुप्रीम कोर्ट की लगी रोक के बाद 21 मई से रजिस्ट्री में जमाबंदी की अनिवार्यता को खत्म किया गया है. तब से अब तक 1100 से अधिक दस्तावेजों की रजिस्ट्री सिर्फ मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री कार्यालय में हुई है. जबकि, पिछले महीने कुल 1000 के आसपास दस्तावेजों की ही रजिस्ट्री हुई थी. रजिस्ट्री ऑफिस के आंकड़ों पर गौर करें तो नये वित्तीय वर्ष के एक अप्रैल से 20 मई तक मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री कार्यालय में कुल 2509 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई है. इससे 18.04 करोड़ रुपये आमदनी हुई है. वहीं, एक मई से 20 मई तक कुल 1020 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई है, जिससे 6.66 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. वहीं, 21 मई से 28 मई तक 1100 से अधिक दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई है, जिससे लगभग 07 करोड़ रुपये राजस्व मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री कार्यालय को प्राप्त हुआ है. जिले के बाकी चार अन्य मुफस्सिल कार्यालयों में भी बड़ी संख्या में रोजाना जमीन की खरीद-बिक्री हो रही है.
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