हरनौत (नालंदा).
प्रखंड के सोराडीह पंचायत अंतर्गत जगतपुर गांव में मंगलवार को ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए प्रर्दशन किया तथा जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. जैसे जैसे लोक सभा चुनाव का दिन नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे वोट बहिष्कार का मामला सहित नेताओं के प्रति आम जनों का रुझान कम होते दिखता जा रहा है. जिसका सीधा असर सत्तारूढ़ दल के संसद पर पड़ेगा. वर्तमान सांसद पिछले तीन बार से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. निश्चित ही लोगों का नाराजगी भी उन्हें के खिलाफ होगा. उनके द्वारा क्षेत्र के लोगों से मिलना चुनाव नहीं के बराबर एवं विकास कार्य में रुचि नहीं रखने के कारण आम लोग वोट बहिष्कार पर उतर गए हैं. नया मामला प्रखंड क्षेत्र के सोराडीह पंचायत के जगतपुर गांव का है. जहां के लोग स्थानीय सांसद व वर्तमान विधायक से नाराज हैं. नाराजगी का मुख्य कारण है उनके गांव का विकास नहीं के बराबर हुआ है. गांव में जाने वाले मुख्य सड़क का अभाव है. ग्रामीणों ने बताया कि विगत 20 वर्षों से लगातार सड़क निर्माण के लिए (जगतपुर छठ घाट से जगतपुर गांव तक एवं देवी स्थान से होते हुए जगतपुर गांव तक) जनप्रतिनिधियों से मांग करने के बावजूद आज तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. जगतपुर गांव का मुख्य निकास का पक्कीकरण न होने से समस्त ग्राम वासियों को पूरे वर्ष काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. बरसात के मौसम में तीन महीना अवागमन पूर्ण रूप से बंद हो जाने के कारण समस्त ग्राम वासियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. बार-बार जनप्रतिनिधियों से सड़क का मांग करने के बावजूद सड़क का निर्माण न कराया जाना समस्त समस्त ग्राम वासियों के अनुरोध को अनदेखा करने जैसा है. इस कारण समस्त ग्रामवासियों ने निर्णय लिया है कि लोस आम निर्वाचन 2024 का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे. सांसद एवं स्थानीय विधायक को कई बार आवेदन दी गई है. बावजूद सड़क निर्माण नहीं कराया जा सका. जिसके चलते दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि सड़क नहीं तो वोट नहीं. दूसरा गांव है जोरारपुर. जहां सीएम नीतीश कुमार शुरूआती के राजनीति जीवन से ही कई बार प्रचार प्रसार के दौरान गए हैं. उस समय से ही स्थानीय लोगों का मांग था नदी में पुल बनाने का. ताकि खेती कार्य व आने जाने में लोगों को सहूलियत हो. तब से अब तक कई सांसद आये और गए. पुल नहीं बना सके. जिससे ग्रामीणों का नेताओं के प्रति रुझान नीचे की ओर जा रहा है. सांसद व विधायक से नदी में पुल निर्माण के लिए कई बार ग्रामीण प्रतिनिधि से मिल चुके हैं. बावजूद अब तक पुल निर्माण नहीं हुआ.क्या कहते हैं बीडीओबीडीओ उज्ज्वल कांत ने बताया कि जगतपुर गांव में वोट बहिष्कार करने की सूचना मिली है. वहां पर सेक्टर पदाधिकारी को भेजा गया है. बताया कि अभी आचार संहिता लगा है नया काम नहीं होगा. ग्रामीणों से जाकर हम खुद मिलेंगे.
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