कटिहार. वैसे तो हर मौसम में कोई न कोई छोटी मोटी बीमारियां आम है. लेकिन अत्यधिक गर्मी पड़ने पर कई खतरनाक बीमारियां भी हो सकती है. इस मौसम में जरा सी लापरवाही करना सेहत पर भारी पड़ सकता है. इस मौसम में डायरिया, फूड पॉयजनिंग, स्किन संबंधित बीमारी के मामले बढ़ जाते है. यही नहीं इस मौसम ही तेज धूप और पसीने की वजह से हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन आदि से भी लोग बीमार होते हैं. सदर अस्पताल के फिजिशियन चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसपी विनकर ने बताया कि इस मौसम में लू लगना यानी कि हीट स्ट्रोक, इसे मेडिकल टर्म में हाइपरथर्मिया कहा जाता है. गर्मी के मौसम में होने वाली सबसे कॉमन बीमारियों में से ये एक है. अगर लंबे समय तक तेज धूप में रहते हैं तो लू की चपेट में आ सकते हैं. हीट स्ट्रोक होने पर सिर में तेज दर्द, तेज बुखार, उल्टी, तेज सांस लेना,चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोश हो जाना, यूरिन कम पास होना जैसे लक्षण आते हैं. लू से बचने के लिए कभी भी खाली पेट बाहर न निकलें. हाइड्रेट रहें और जहां तक हो सके खुद को ढक कर ही धूप में जाएं. डॉक्टर विनकर ने बताया की फूड पॉइजनिंग भी गर्मियों में होने वाली एक कॉमन समस्या है. यह दूषित भोजन या पानी के सेवन से होता है. इस मौसम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस तेजी से ग्रोथ करते हैं. ऐसे में शरीर के अंदर अगर किसी तरह का बैक्टीरिया, वायरस, टॉक्सिन आदि चला जाए तो फूड पॉइजनिंग हो सकता है. इसके लक्षण की बात करें तो इसमें पेट दर्द, जी मिचलाना, दस्त, बुखार और शरीर में दर्द आदि होते हैं. इसमें न सिर्फ पेट मरोड़ के साथ दर्द करता है, बल्कि डायरिया, उल्टी जैसी समस्याएं भी नजर आने लगती हैं. इसलिए इस मौसम में रोड किनारे का खाना, नॉनवेज खुले में बिक रहा खाना, ठंडा खाना, बासी खाना, तेल माशाला ज्यादा खाना, फास्ट फूड भोजन करने से बचे. इसके अलावा स्किन पर रैश और घमौरी होना भी आम है. डॉ विनकर ने बताया की गर्मी में पसीना ज्यादा निकलता है. ऐसे में अगर तंग कपड़े पहने हों या पसीना ठीक तरीके से शरीर से बाहर न निकल पाए तो स्किन पर रैशे और घमौरियां हो जाती हैं. जिनकी वजह से खुजली की समस्या हो सकती है. ऐसे में गर्मियों में हल्के रंग वाले ढीले कॉटन के कपड़े पहनें और ज्यादा से ज्यादा स्वच्छ पानी पिएं.
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