जाले. प्रचंड गर्मी व हीट वेव के कारण नगर परिषद क्षेत्र के अधिकांश वार्डों में जलसंकट गहरा गया है. मई माह के प्रथम सप्ताह से ही वार्ड संख्या 13, 18, 19, 20 व 12 में जलसंकट से गहरा गया था. इन इलाकों में भू-गर्भीय जलस्तर इतना नीचे चला गया है कि चापाकल पूरी तरह फेल हो गया है. लगभग 30 हजार की आबादी वाले नगर परिषद में कुछ इलाके में पीएचइडी के जलमीनार से पानी पहुंचाया जाता है तो कुछ क्षेत्र में पंचायत के वार्ड सदस्यों द्वारा निर्मित जलमीनार से पानी भेजा जाता है. नगर परिषद के गठन के पूर्व ही अधिकांश वार्डों के लोगों को नल-जल मिलना बंद हो गया. गर्मी बढ़ते ही पानी की कमी को देखते हुए नगर परिषद के मुख्य पार्षद पिन्टू मेहता ने तीन टैंकरों से वार्ड के लोगों को सुबह-शाम पानी की आपूर्ति प्रारंभ की. मुख्य पार्षद ने बताया कि जिन-जिन वार्ड के वार्ड पार्षद सूचना दे रहे हैं, उन वार्डों में उन्हीं के संरक्षण में सुबह-शाम पानी पहुंच रहा है. बताया कि 25 वार्डों के नगर परिषद क्षेत्र में फिलहाल 12 वार्डों में पेयजल संकट है. इनमें वार्ड छह, आठ, नौ, 11, 12, 13, 18, 19, 20, 22 व 25 शामिल है. बताया कि पंचायतों द्वारा पूर्व में बनाए गए नल-जल की सारी व्यवस्था सरकार पीएचइडी को दे दिया है. नल-जल जर्जर हो गया है. लोकसभा चुनाव को लेकर लगे आचार संहिता हटने के बाद विभाग मानक के अनुसार सभी जलमीनार सहित उसके सारे सिस्टम को ठीक करायेगा. तबतक जल संकट को देखते हुए नगर परिषद अपने चलंत पानी टैंकर से वार्डों में पानी पहुंचाकर यथासंभव दूर करने का प्रयास कर रहा है
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है