पीरपैंती थाना क्षेत्र के एक आश्रम में पिछले दिनों हुए दुष्कर्म मामले में बुधवार को पीड़िता अपने परिजनों के साथ महिला थाना पहुंची. जहां उसके द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है. पीड़िता ने बताया कि दुष्कर्म की घटना के बाद से उसकी तबीयत काफी खराब थी. तबीयत ठीक होने के बाद वह बुधवार को महिला थाना पहुंची. जहां आवेदन के आधार पर केस दर्ज किया गया. बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के एक आश्रम में भी दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया था. उक्त मामले में भी महिला थाना में केस दर्ज किये जाने के बाद पुलिस ने आरोपित महंत की गिरफ्तारी की थी. पीड़िता ने आवेदन में उल्लेख किया है कि विगत सप्ताह शेरमारी बाजार स्थित हुए जन्मोत्सव कार्यक्रम में गयी हुई थी. जहां कार्यक्रम के बाद वे लोग भोजन करने के बाद आश्रम में ही सोने के लिए चले गये. पीड़िता के साथ बहन बेटी भी थी. सोने जाने के दौरान उनकी बहन बेटी ने कहा कि उसे बाथरूम जाना है. और उसे बाथरूम के लिए भेज दिया. इसी दौरान कमरे में सेवक नवीन आ गया और उसने भीतर से कमरे को बंद कर दिया. आते ही सेवक नवीन ने उसके मुंह में गमछा डाल दिया और मांग में सिंदूर डाल दिया. उसके साथ जबरदस्ती करने लगा. जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो पास में रखे आयरन जोकि ऑन था उससे उसका हाथ जला दिया और फिर दुष्कर्म किया. दुष्कर्म करने के बाद जाने के क्रम में उसने मां-बाप को बताने पर पूरे परिवार को जान से मरवा देने की धमकी भी दी. डर से उसने अपने परिवार के लोगों को कुछ नहीं बताया था. घर जाने के बाद जब उसकी तबीयत खराब हुई तब उसने माता-पिता को इसकी जानकारी दी और मामले में महिला थाना पहुंच कर आवेदन दिया.
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