रंका प्रखंड के गोदरमाना में सरकार का महत्वपूर्ण हर घर नल से जल योजना के अंतर्गत करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन पेयजलापूर्ति केंद्र से इस वर्ष भी पेयजल की आपूर्ति होने की संभावना नहीं है. जबकि विभाग ने पूर्व में फरवरी 2024 से जलापूर्ति की संभावना व्यक्त की थी. पेयजलापूर्ति केंद्र का निर्माण करा रहे संवेदक की लापरवाही से इस भीषण गर्मी में गोदरमाना वासी पेयजल के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं. पेयजल की समस्या झेल रहे ग्रामीण राजबली प्रसाद, बीरबली प्रसाद, राजेश प्रसाद, पवन गुप्ता, इस्लाम अंसारी, उत्तम कुमार, नितेश कुमार, कुश कुमार गुप्ता व रविकांत गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष सबसे ज्यादा पानी की समस्या है. इससे पहले ऐसी पेयजल समस्या कभी नहीं हुई थी. इस वर्ष समय से पहले ही कनहर नदी पूरी तरह सूख चुकी है. वहीं गोदरमाना के दर्जनों चापाकल भी पूरी तरह सूख गये हैं. दो-तीन चापाकल पर ही सैकड़ो की आबादी पेयजल के लिए निर्भर है. पिछले वर्ष स्थानीय मंत्री सह विधायक मिथलेश ठाकुर के सौजन्य से टैंकर से पेयजल की आपूर्ति की गयी थी. पर इस वर्ष वह भी नहीं हुई, हम सभी इस वर्ष सबसे ज्यादा पानी की समस्या झेल रहे है.
बताते चलें कि संवेदक द्वारा कनहर नदी में कुआं का निर्माण एवं पेयजलापूर्ति केंद्र का निर्माण पानी फिल्टर करने वाले मशीनरी का निर्माण के साथ-साथ पानी सप्लाई करने वाला पाइप भी बिछा दिया गया. पर पानी स्टोर करने वाले टंकी ही नहीं बनी. इससे पूरी तरह से बनकर तैयार पेयजलापूर्ति केंद्र से इस वर्ष भी पेयजल की आपूर्ति होने की संभावना कम नजर आ रही है.
दो-तीन महीने में जलापूर्ति शुरू हो जायेगी : महावीर प्रसाद
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है