लोहरदगा, लगातार कई दिनों से तापमान में हुई वृद्धि से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लोग गर्मी से बचने के भरसक प्रयास में हैं. नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा जारी एडवाइजरी का असर जिले में रोड में देखने को मिल रहा है. सड़कों में वीरानगी देखी जा रही है. लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं. कुछ लोग जो जरूरी काम से अपने घरों में से निकल रहे हैं. वे भी अपने शरीर को पूरी तरह ढंके हुए हैं. ताकि धूप का असर ना हो. तापमान में वृद्धि के साथ मनुष्य के साथ-साथ पशु पक्षियों एवं अन्य जीवों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहरी क्षेत्र के लोग जारी एडवाइजरी के अनुसार अपने काम सुबह शाम निबटाने में लगे हैं तो ग्रामीण इलाके के लोग धूप से बचने के लिए दोपहर पेड़ के नीचे बिताने को विवश है .जलस्तर नीचे जाने के बाद लोगों को पीने की पानी की समस्या तो हो ही रही है पशुपालकों को अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए तालाब, नदी, नाला ले जाना पड़ रहा है. इस गर्मी से आम जनों के साथ-साथ हर जीव जंतु हलकान हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र में तो अन्य सुविधाएं हैं जिसके कारण लोग धूप से बच रहे हैं. लेकिन वनांचली इलाके के लोग जिनके पास पर्याप्त साधन नहीं है. वे परेशान है. वनांचली इलाके के लोगों को तपती गर्मी में बचने से ज्यादा भय विषैला सांप बिच्छू एवं जंगली जानवरों से भी है .वे इससे बचाव के लिए सतर्कता बरत रहे हैं. वनांचली इलाके में पर्याप्त पेड़ पौधे होने के बावजूद पहाड़ों के गर्म होने के कारण इस क्षेत्र का तापमान और भी बढ़ गया है. गर्मी बढ़ने से किसानों को आर्थिक क्षति उठाना पड़ रही है. क्योंकि इन्हें अपने खेतों में लगी फसल को रोजाना पटवन करना पड़ रहा है. जानकारों का कहना है कि लोहरदगा में जब भी अत्यधिक गर्मी पड़ी है. बारिश भी हुई है. लेकिन इधर दो-तीन दिनों से पड़ रही जबरदस्त गर्मी के बाद बारिश नहीं होने से लोग परेशान हैं. लोगों को उम्मीद है की बारिश होगी और तपती गर्मी से राहत मिलेगी.
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