बोकारो. कैंप दो स्थित सीएस कार्यालय में गुरुवार को एनएचएम की मासिक समीक्षा बैठक हुई. अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार ने की. डॉ कुमार ने कहा कि हर हाल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने को लक्ष्य बनाये. लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त की हालत में है. अस्पताल आनेवाली गर्भवती को प्रसव के लिए इधर-उधर भटकायें नहीं. सूचना मिलने पर जांच की जायेगी. दोषी पाये जानेवाले चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई होगी. नियमित टीकाकरण व परिवार नियोजन के लक्ष्य के अनुसार कार्य करें.
आयुष्मान योजना के तहत अधिक से अधिक मरीजों का इलाज करें. दूर-दराज से आनेवाले मरीजों के साथ मानवीय व्यवहार अपनाये. शिकायत का मौका किसी को नहीं दे. जरूरत के अनुसार लगातार अपने अस्पतालों में बिहेवियर थेरेपी कार्यशाला भी करें. ताकि मरीजों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों का व्यवहार मित्रवत बना रहे. इसके अलावा सीएस डॉ कुमार ने अन्य स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी ली. सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार, चास अनुमंडल उपाधीक्षक डॉ आभा इंदू तिर्की, बेरमो अनुमंडल उपाधीक्षक डॉ एनपी सिंह, डीपीएम प्रदीप कुमार सिन्हा, डीडीएम कुमारी कंचन, डीएएम अमित कुमार, डीपीसी मनोज महतो सहित सभी प्रखंड के मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.गोमिया एमओ डॉ चंचला को सीएस ने भेजा स्पष्टीकरण
गोमिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर डॉ चंचला कुमारी को सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार ने गुरुवार को स्पष्टीकरण पूछा है. साथ ही जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया. डॉ कुमारी पर आरोप है कि गोमिया अस्पताल में सर्पदंश की घटना को लेकर एक बच्ची के साथ परिजन अस्पताल पहुंचे. उस वक्त डॉ चंचला अस्पताल में नहीं थी. सूचना भेजी गयी. इसके बाद भी डॉ चंचला नहीं पहुंची. समय पर स्वास्थ्य सेवा नहीं मिलने के कारण बच्ची की मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है