प्रतिनिधि, मैक्लुस्कीगंज मायापुर के दुल्ली स्थित सर्वधर्म स्थल परिसर में ग्रामीणों की ग्रामसभा हुई. अध्यक्षता जगनू पहान ने की. ग्रामसभा में सीसीएल केडीएच परियोजना विस्तारीकरण अंतर्गत जामुनदोहर के विस्थापितों को दुल्ली में चिह्नित भूमि पर बसाने की तैयारी को लेकर चर्चा की गयी. ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से सीसीएल के प्रति नाराजगी व्यक्त कर विरोध जताया. कहा कि पिछले 70 वर्षों से सीसीएल ने इन क्षेत्रों में किसी तरह का कोई विकास कार्य नहीं किया है. ग्रामीणों ने कहा कि मैक्लुस्कीगंज का मुख्य पर्यटन स्थल दुल्ली सर्वधर्म स्थल है. इसी जगह सीसीएल प्रबंधन व अंचल ने जामुनदोहर के विस्थापितों को बसाने के लिए भूमि चिह्नित किया है जो निंदनीय है. ग्रामीणों ने कहा कि यहां सीता कुंड, नकटा पहाड़ जैसे अन्य जगहों पर पर्यटन को लेकर विकास किया जा सकता है. ग्रामीणों ने कहा कि वे विकास के बाधक नहीं हैं, लेकिन उन्होंने क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकास करने की मांग करते हैं. ग्रामसभा में मायापुर पंचायत की मुखिया पुष्पा खलखो, लपरा मुखिया पुतुल देवी, पंसस मेनका देवी, वार्ड सदस्य राजेन्द्र उरांव, हिन्दू नेता प्रताप यादव, मुकेश यादव, रवींद्र यादव, प्रकाश यादव, विश्वनाथ लोहरा, जे लकड़ा, सुखमनी देवी, नरेश यादव, जोसेफ केरकेट्टा, ननकू महतो, राजेन्द्र पहान, श्रवण यादव, अखिलेश यादव, सुखनाथ लोहरा, सेवरल कुजूर सहित दुल्ली, केदल, अम्बाटांड़, हरहू, लुकैइया, सहेदा, वीरटांड़ अन्य जगहों के सैकड़ो महिला-पुरुष मौजूद थे. 28 मई को अंचल ने किया है जमीन चिह्नित : खलारी अंचल प्रशासन ने अपने सहयोगी कर्मी व केडीएच परियोजना के अधिकारियों की एक टीम के साथ 28 मई को मायापुर पंचायत के दुल्ली गांव में 90 डिसमिल जमीन चिह्नित किया है. उक्त जमीन पर प्रथम चरण में लगभग 40 या यथासंभव लोगों को बसाने की तैयारी की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है