करीब आ गये झमाझम बारिश के दिन, जून के दूसरे सप्ताह में मानसून का होगा प्रवेश
पूरी रात हुई झमाझम बारिश ने दी गर्मी से राहत, आज भी बने हुए हैं बारिश के आसार
कुल बारिश- 41 मिलीमीटर
पूर्णिया. झमाझम बारिश के दिन अब करीब आ गये हैं क्योंकि मौसम के बदलते मिजाज से मानसून की आहट होने लगी है. मौसम विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि जून माह के दूसरे सप्ताह तक पूर्णिया होते हुए मानसून बिहार में प्रवेश कर जायेगा. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो चक्रवात रेमल के कारण समय से पहले ही केरल तट और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है. इस लिहाज से 10 से 14 जून तक मानसून के प्रवेश करने की संभावना है. पिछले साल 14 जून को मानसून ने यहां इंट्री ली थी. विशेषज्ञों के मुताबिक पहले जून से बिहार में मौसमी दशाओं में बदलाव हो सकता है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. इधर, सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि अगले 48 घंटे गरज के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है.41 मिमी. बारिश दर्ज :
गौरतलब है कि बीते गुरुवार की रात काफी देर तक झमाझम बारिश हुई. हालांकि बारिश से अधिक तेज हवा थी और बिजली भी उतनी ही अधिक चमक रही थी. इस बारिश के कारण शुक्रवार की सुबह का मौसम काफी सुहाना बना रही. मौसम विभाग ने इस दौरान 41 मिमी. बारिश दर्ज की है. मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान की मानें तो अगले 48 घंटे तक मौसम का तेवर इसी तरह बना रहेगा. इस बीच आसमान में आंशिक रुप से बादल छाये रहेंगे. एक या दो बार बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी. मौसम के जानकारों की मानें तो हवा में काफी नमी भर गई है. इससे अच्छी बारिश होने की भी संभावना है. गौरतलब है कि यहां समान्यत: जून से लेकर सितंबर तक मानसून की बारिश होती है. इस साल सामान्य से अधिक बारिश के आसार बताए जा रहे हैं.बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त :
झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से तो राहत जरूर मिली लेकिन इससे पूरा जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया. महज रात भर की बारिश से शहर के कई हिस्सों में कीचड़ और गंदगी फैल गई. अधिकतर जगहों पर पानी भी जमा हो गया. ऐसी जगहों पर लोग परेशान दिखे. इस बारिश से जगह-जगह जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. शहर के मोहल्लों के साथ-साथ बस स्टैंड के आसपास सड़क पर कीचड़ और गंदगी से लोग परेशान रहे. विकास बाजार, भट्ठा बाजार, कचहरी रोड, मधुबनी और लाइन बाजार जाने वाली सड़कों और इससे सटे मोहल्लों में भी ऐसी ही स्थिति रही. उधर, गुलाबबाग और खुश्कीबाग में भी कीचड़ और गंदगी ने व्यवस्था का पोल खोल दी जबकि मार्केट यार्ड के अंदर भी लोग मुश्किल में रहे. लोग कहने भी लगे कि मानसून की बारिश में तो फिर संकट का सामना करना पड़ेगा.——————-
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