– भागलपुर समेत आसपास के जिलों में मानसून आने का समय 12 जून है, 2023 में 20 जून को पहुंचा था
भीषण गर्मी व हीटवेव की मार झेल रहे पूर्व बिहार, सीमांचल, कोसी व संथाल परगना के लिए खुशखबरी है. इन इलाकों में मानसून तय समय से पहले एक्टिव हो सकता है. 31 मई को दोपहर तक मानसून पूरे नॉर्थ इस्ट को कवर करते हुए बिहार में किशनगंज सीमा तक पहुंच गया है. जबकि, यहां तक मानसून के पहुंचने का रिकॉर्ड 10 जून तक का रहा है. फिलहाल मानसून की एंट्री बिहार में नहीं हुई है. यही रफ्तार रही तो भागलपुर समेत आसपास के जिलों में मानसून तय समय 12 जून को दस्तक दे सकता है. उल्लेखनीय है कि सूबे में किशनगंज और संथाल परगना होकर मानसून की इंट्री होती है. इस बार यह किशनगंज होकर आ रहा है. वहीं बीते वर्ष 2023 में मानसून की पहली बारिश आठ दिन विलंब से 20 जून को हुआ था. वहीं, भागलपुर जिले में मानसून का प्रवेश 2022 में 16 जून को, 2021 में 12 जून, 2020 में 15 जून को हुआ था. जबकि 2008 में आठ जून को ही भागलपुर में मानसूनी बारिश शुरू हो गयी थी. इस बार फिर से कहीं इसी तिथि के आसपास मानसून भागलपुर तक न पहुंच जाये.
तापमान में सात डिग्री की कमी
शुक्रवार सुबह जिले में हल्की बारिश से लोगों को भीषण गर्मी की बेचैनी से राहत मिली. गुरुवार पूरी रात तेज हवा चलती रही. इस कारण शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान छह डिग्री कम होकर 24 डिग्री तक पहुंच गया. वहीं दोपहर का अधिकतम तापमान सात डिग्री कम होकर 32 डिग्री रहा. 11.2 किमी/घंटा की गति से दक्षिण पश्चिम हवा चलती रही. हवा में नमी की मात्रा 78 प्रतिशत रहा.
चार जून तक बारिश के आसार बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि एक से पांच जून के बीच भागलपुर जिले में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में वृद्धि बनी रहेगी. दो से चार जून के बीच आसमान में हल्के बादल छाये रह सकते हैं. इस दौरान हल्की बारिश की संभावना है. पूर्वा हवा चलेगी और हवा की गति 4 से 6 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है. किसान भाइयों को सलाह दी गयी है कि गरमा सब्जियों में आवश्यकता अनुसार सिंचाई कर सकते हैं, पशुओं को पर्याप्त पानी पिलायें.मानसून में 1100 मिलीमीटर होती है बारिश
भागलपुर जिले में मध्य जून से अक्तूबर के पहले सप्ताह तक मानसून सक्रिय रहता है. इस दौरान जिले में औसतन 1100 मिलीमीटर बारिश होती है. हालांकि बीते वर्ष 2023 में मानसून 20 जून से 13 अक्तूबर तक 116 दिनों तक सक्रिय रहा था. इस दौरान रिकॉर्ड 1425 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई थी. अक्तूबर के पहले सप्ताह में ही 200 मिलीमीटर तक बारिश हो गयी थी. इससे भागलपुर व बांका जिला में धान की रोपनी भी लक्ष्य से 90 प्रतिशत से अधिक तक हो गयी थी.
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