सवाल. बालू तस्कर पुलों के पायों को कर रहे खोखला, कभी हो सकता है बड़ा हादसा
बिरनी.
बिरनी प्रखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में इरगा नदी, बराकर नदी के घाटों से बालू की तस्करी जोरों से चल रही है. ठोस कार्रवाई नहीं होने से बालू तस्करों मनोबल काफी बढ़ा हुआ है. पुल के नीचे या इसके आसपास से जमकर बालू का उठाव किया जा रहा है. नतीजतन बिरनी प्रखंड के अलग-अलग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पुलों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. पायों की नींव धीरे-धीरे खोखली और कमजोर होती जा रही है. स्थिति यही रही तो एक दिन लोगों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो सकता है.दूर-दूर तक डिमांड होती है इस बालू की : विदित हो कि बिरनी प्रखंड चारों ओर से बराकर नदी, इरगा नदी व कई छोटी-बड़ी नदियों से घिरा हुआ है. इन नदियों का बालू काफी उच्च क्वालिटी का होता है. छत ढलाई में मजबूती के साथ-साथ दीवार प्लास्टर के लिए इसे बेहतर माना जाता है. इस वजह से इन नदियों के बालू की दूर-दूर तक डिमांड रहती है. यही कारण है कि प्रत्येक दिन सैकड़ों ट्रैक्टर बालू तस्करी कर कोडरमा, हजारीबाग जिलों में ले जाया जाता है. वहां फिर डंप कर गलत तरीके से चालान बनाकर बड़े-बड़े नगरों में बेचा जाता है.
बिरनी सीओ के साथ हुई थी धक्का-मुक्की
विदित हो कि बिरनी सीओ सारांश जैन व थाना प्रभारी राजीव कुमार बीते 12 अप्रैल 2024 को कपिलो पंचायत अंतर्गत चानो गांव में अवैध बालू ले जाते ट्रैक्टर व चालक को पकड़ा था. इससे उत्तेजित बालू तस्करों ने उक्त पदाधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए चालक व ट्रैक्टर को छुड़ाने व भगाने में सफल रहा था. घटना के दूसरे दिन सीओ सारांश जैन ने बिरनी थाना में चानो निवासी पूर्व प्रमुख सीताराम सिंह के खिलाफ कांड सं 80/24 धारा 341/504/ 186/189/ 224/225/ 353 आईपीसी, 21/22 एमएमडीआर एक्ट 1957, 4/54 जेएमएमसी रूल्स 2004, 13 झारखंड मिनरल्स रूल्स 2017 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी थी.खनन विभाग को भी कार्रवाई की जरूरत है : सीओ
सीओ सारांश जैन ने कहा कि चुनाव को लेकर सभी अधिकारी व्यस्त थे. दर्ज प्राथमिकी पर कार्रवाई का पता नहीं. बालू तस्करी रोकने के लिए जल्द ही वरीय अधिकारी से निर्देश प्राप्त कर टीम गठित कर कार्रवाई की जायेगी. जिला खनन विभाग को भी कार्रवाई करने की जरूरत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है