राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र में डोजर, पे लोडर, हाइड्रोलिक क्रेन, क्रॉलर क्रेन, फोर्कलिफ्ट, डी-ब्रिकिंग मशीन, स्लाइड लोडर, उत्खनन यंत्र जैसे ट्रक, मिनी ट्रक और ट्रैक्टर सहित सभी चलनशील भारी उपकरणों के रखरखाव के लिए जिम्मेदार, फील्ड मशीनरी (मेंटिनेंश) एफएमएम विभाग, भारत सरकार की वाहन स्क्रैपेज नीति के अनुसार 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों को व्यवस्थित रूप से बदल रहा है. इस प्रतिस्थापन परियोजना के पहले चरण के तहत खरीदे गये नये वाहनों में एक टायर माउंटेड डोजर शामिल है, जो पहले के कैटरपिलर प्रकार के टायर माउंटेड डोजर की जगह लेगा, 16 क्यूबिक मीटर क्षमता के तीन टिपर (एक कोक ओवन के लिए और 2 एफएमएम के लिए), 16 टन क्षमता के 2 ट्रक (एक आरएमएचपी और एक क्रेन मेंटेनेंश के लिए), नगर जलापूर्ति इकाई के लिए 9000 लीटर क्षमता का एक पानी का टैंकर और 1.5 टन क्षमता के 3 मिनी ट्रक (एक कैल्सिनिंग प्लांट-2 के लिए और दो एफएमएम के लिए) शामिल हैं.
दो महीने में खरीदे गये वाहन
यह उत्पादन लक्ष्यों को पूरा करने तथा उत्पादन इकाइयों को निर्बाध सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए इन नये वाहनों में से प्रत्येक को नवीनतम विनिर्देशों के साथ दो महीने के अति कम समय में खरीदा गया है. 29 मई, 2024 को एफएमएम विभाग में आयोजित एक समारोह में महा प्रबंधक प्रभारी (परिवहन और एफएमएम) अवकाश मलिक ने नये वाहनों का उद्घाटन किया और जिन विभागों के लिए खरीदा गया था उन्हें सौंप दिया. इस अवसर पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा संबंधित विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. उप महा प्रबंधक (एफएमएम) प्रीतम एम मिंज ने समारोह का संचालन किया.
आरएसपी में वर्षा ऋतु को लेकर तैयारियां जोरों पर
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सिविल इंजीनियरिंग सर्विसेज सीइ(एस) विभाग द्वारा वर्षा ऋतु की तैयारी का भारी भरकम भीमकाय कार्य किया जा रहा है, ताकि बारिश के दौरान संयंत्र में निर्बाध उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके. सिविल इंजीनियरिंग सर्विसेज विभाग युद्ध स्तर पर सड़क के किनारे की सभी प्रमुख नालों के साथ-साथ भूमिगत जल निकासी प्रणाली की सफाई और रखरखाव का काम कर रहा है. संयंत्र के विभिन्न क्षेत्रों में नालों की सफाई का काम चल रहा है. मानसून के दौरान पानी की प्रभावी निकासी के लिए दो प्रमुख नालों गुरडीह नाला और उत्तरी चैनलों की सफाई की जा रही है. साथ ही संयंत्र की सीमा के साथ सभी आउट फॉल और ग्रिल का लगातार रखरखाव और सफाई की जा रही है. आवश्यकतानुसार मशीनीकृत और हस्तचालित दोनों तरह की सफाई प्रक्रियाओं का उपयोग किया जा रहा है. इसके अलावा, मानसून अवधि के दौरान निर्बाध उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न संयंत्र इकाइयों के छत की जीसी शीट को बदलने का काम लगातार चल रहा है. महत्वपूर्ण विद्युत प्रतिष्ठानों, नियंत्रण कक्षों और महत्वपूर्ण भवनों का जलरोधक कार्य पूरा हो चुका है.
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