दरभंगा. डीएमसीएच परिसर में बुधवार को नर्सिंग छात्रों के बीच मारपीट के बाद अस्पताल प्रशासन सख्त हो गया है. अब प्राइवेट नर्सिंग छात्रों को ट्रेनिंग की इजाजत नहीं दी जायेगी. अधीक्षक डॉ अलका की अध्यक्षता में विभागाध्यक्षों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. इसमें गुरुवार को नर्सिंग छात्रों के बीच मारपीट के मद्देनजर बाहरी नर्सिंग छात्रों का अस्पताल परिसर में प्रवेश नहीं दिये जाने पर सर्वसम्मति बनी. इस संबंध में विभाग से भी दिशा-निर्देश लिया जायेगा. विदित हो कि चिकित्सक, नर्स व गार्ड से बदतमीजी के मद्देनजर अधीक्षक से शिकायत की गयी थी. बैठक में लिये गये निर्णय का विभागाध्यक्षों को अगले आदेश तक अनुपालन करने को कहा गया है. बैठक में उपाधीक्षक भी मौजूद थे. अस्पताल प्रशासन के इस निर्णय से करीब आधा दर्जन नर्सिंग संस्थान के छात्र प्रभावित होंगे. इन संस्थानों के छात्र बेहतर प्रशिक्षण के लिये डीएमसीएच आते रहे हैं. विभिन्न विभागों में मरीजों की चिकित्सा व्यवस्था में वे साझेदारी करते हैं. इस दौरान छात्रों को अस्पताल के चिकित्सकीय उपकरण के इस्तेमाल का मौका मिलता है. बताया जाता है कि ट्रेनिंग के एवज में प्राइवेट नर्सिंग संस्थानों द्वारा डीएमसीएच को शुल्क दिया जाता है. डीएमसीएच के मेडिसिन परिसर में गुरुवार की सुबह नौ बजे प्राइवेट नर्सिंग संस्थान के छात्रों के बीच मारपीट हो गयी थी. इसे लेकर चिकित्सा प्रक्रिया में व्यवधान हुआ था. सिस्टर इंचार्ज व सुरक्षा गार्ड के साथ बदतमीजी की बात भी सामने आयी थी. बताया गया था कि मेडिकल किट को लेकर हंगामा हुआ. वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि एक आपत्तिजनक वीडियो को डीलिट करने को लेकर मामला उठा.
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