मुख्य संवाददाता, धनबाद,
नगर निगम में चेक बाउंस होने का बड़े मामले का खुलासा हुआ है. शहरी क्षेत्र के 66 बिल्डिंग ऑनरों का 96.97 लाख का लेबर सेस का चेक बाउंस हुआ है. नगर निगम ने बिल्डिंग ऑनर व एलटीपी (लिस्ट ऑफ टेक्निकल पर्सन) को सात दिनों के अंदर चेक क्लियरेंस करने को कहा है. समयावधि में चेक क्लियर नहीं होने पर एलटीपी का लाइसेंस रिन्यूअल पर रोक व बिल्डिंग ऑनर पर प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी दी गयी है. मामला 2022-24 का है. शुक्रवार को नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने एलटीपी के साथ बैठक की. इसमें एलटीपी को चेक बाउंस की सूची सौंपी गयी, जो एलटीपी बैठक में अनुपस्थित थे, उन्हें शो-कॉज किया गया. बैठक सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार, अभियंता व एलटीपी उपस्थित थे.क्या है मामला :
झारखंड बिल्डिंग बॉयलॉज के अनुसार नक्शा पास कराने पर बिल्डिंग ऑनर को लेबर सेस देना है. 14 रुपये प्रति वर्गफीट की दर से लेबर सेस लगता है. लेबर सेस का भुगतान तीन पार्ट में करना है. जब नक्शा पास कराने के लिए ऑन लाइन आवेदन दिया जाता है, उस समय पहले पार्ट का लेबर सेस ऑनलाइन भुगतान किया जाता है. दूसरा व तीसरा पार्ट के लिए बिल्डिंग ऑनर से चेक लिया जाता हैं. जब लेबर सेस के भुगतान के लिए चेक बैंक में भेजा जाता है, तो एकाउंट में पैसा नहीं होता है. बिल्डिंग ऑनर जानबूझ वैसे बैंक का चेक देते हैं, जिसमें पैसा नहीं होता है. इस कारण चेक बाउंस कर रहा है. नगर आयुक्त ने चेक बाउंस मामले को सख्ती से लेते हुए बिल्डिंग ऑनर पर प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है