लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें एवं अंतिम चरण में झारखंड के संताल परगना की 3 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ. सुबह से ही मतदाताओं में जबर्दस्त उत्साह देखा गया. कई मतदान केंद्रों पर वोटर सुबह 5 बजे से भी पहले ही पहुंच गए थे.
मतदानकर्मियों ने सबसे पहले प्रॉक्सी वोटिंग की. इसके बाद 7 बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. कई जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से मतदान में देरी हुई. बावजूद इसके, मतदाता कतार में खड़े रहे और अपनी बारी का इंतजार किया.
झारखंड में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित राजमहल और दुमका लोकसभा सीट के साथ-साथ गोड्डा लोकसभा सीट के लिए भी शनिवार (1 जून) को मतदान हुआ. इन 3 सीटों पर सीता सोरेन, डॉ निशिकांत दुबे, विजय कुमार हांसदा, नलिन सोरेन, लोबिन हेम्ब्रम समेत 52 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं.
राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी सुबह-सुबह अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और राजमहल से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे विजय कुमार हांसदा ने सुबह ही मतदान किया.
झारखंड विधानसभा के स्पीकर और नाला विधानसभा सीट के विधायक रवींद्रनाथ महतो ने परिवार के साथ जाकर मतदान किया. मतदान केंद्र में लाइन में लगकर उन्होंने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
इस बीच लिट्टीपाड़ा से खबर आई कि दो मतदान केंद्रों पर ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार कर दिया है. पाकुड़ जिले के गांडूपरता में आजादी के बाद आज तक सड़क नहीं बनी, इससे लोग नाराज हैं.
वहीं, दूसरी तरफ, पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा के ही कारीपहाड़ी में पेयजल की समस्या का समाधान नहीं होने की वजह से मतदाताओं ने वोट बहिष्कार कर दिया. सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मतदान शुरू करवाया.
नक्सल प्रभावित इलाकों के मतदाताओं में भी जबर्दस्त उत्साह देखा गया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारी संख्या में लोग मतदान करने के लिए बूथ पर पहुंचे हैं. सुरक्षाकर्मी चौकस हैं और लोगों का विश्वास बढ़ा रहे हैं.