Lok Sabha Election : लोकसभा चुनाव के लिए मतदान पूरे हो चुके है. सभी 543 सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल कई एजेंसियों के द्वारा जारी कर दिया गया है. अधिकतर एजेंसियों के द्वारा बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन को बहुमत मिलती दिख रही है. ओपिनियन पोल के आंकड़े एग्जिट पोल से कितने मेल खाएंगे और वास्तविक चुनाव परिणामों में तब्दील होंगे या नहीं, इसपर प्रभात खबर ने कुछ जानकारों से खास चर्चा की.
Lok Sabha Election : क्या ओपिनियन पोल के आंकड़े बदलेंगे?
वरिष्ठ पत्रकार अशोक वर्मा ने इस सवाल पर चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव के हर चरण के बाद परिदृश्य बदला है. उन्होंने कहा की बीजेपी ने मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली थी, लेकिन इस बार का चुनाव नेशनल नैरेटिव पर नहीं बल्कि लोकल मुद्दों पर भी लड़ा गया है. यहां जातीय समीकरण, प्रत्याशी समेत कई स्थानीय मुद्दों पर भी मतदान हुए है. ऐसे में संभावना है कि ओपिनियन पोल के आंकड़े बदल जाए. हालांकि, अधिकतर एग्जिट पोल में फिर एक बार एनडीए की सरकार बनती नजर आ रही है.
Lok Sabha Election : एनडीए को कैसे हो सकता है फायदा ?
राजनीतिक विश्लेषक गोविंद शर्मा ने कहा कि इस बार का चुनाव पिछले दो चुनाव की तरह पूरी तरह एकतरफा नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि 5 किलो अनाज का लाभार्थी अभी भी पूरी तरह सरकार के साथ है. गोविंद शर्मा ने कहा, केंद्र सरकार की ओर से चलाये जाने वाले कई योजनाओं के लाभार्थी इस बार के चुनाव में एनडीए को वोट करने के मूड में थे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर और धारा 370 प्रभावी चुनावी मुद्दा नहीं बन पाया.
Lok Sabha Election : बिहार-झारखंड में क्या मुद्दा?
कई विषयों पर चर्चा के बाद बिहार-झारखंड के चुनावी मुद्दों पर भी चर्चा हुई जिसमें अशोक वर्मा ने कहा कि हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी का असर यहां के चुनाव परिणाम में देखने को मिल सकता है. साथ ही जानकारों ने ट्राइबल बेल्ट में I.N.D.I.A. गठबंधन को फायदा हो सकता है. बता दें की एग्जिट पोल में एनडीए को 8 से 11 सीटें आने का अनुमान है वहीं, विपक्षी गठबंधन को 3 से 6 सीटें आने का अनुमान जताया गया है. विस्तार से समझने के लिए देखें वीडियो.