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अगले पांच दिन मौसम खुशगवार रहने की है संभावना

अगले पांच दिन मौसम खुशगवार रहने की है संभावना

तापमान में कमी से लोगों को मिली राहत, तेज हवाओं के साथ बारिश होने की जतायी गयी है संभावना सहरसा. पिछले दो दिनों से जिले में जारी तेज गर्मी से लोगों को थोड़ी राहत मिली है. तापमान में कमी रहने से लोग राहत महसूस कर रहे हैं. पिछले गुरुवार की रात्रि तेज आंधी व मध्यम बारिश से तापमान में शुक्रवार से ही कमी बनी हुई है. शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा. जबकि गुरुवार को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था. तापमान में कमी से बाजार में रौनक बढ़ी है व लोग दिनचर्या के कार्य से बाहर भी निकलने लगे हैं. मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए मध्यम अवधि के पूर्वानुमान जारी किया है. जिसके अनुसार अधिकतम तापमान 33 डिग्री से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. जबकि न्यूनतम तापमान 21 डिग्री से 22.10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान जताया है. सुबह के समय सापेक्ष आद्रर्ता 85 व 90 प्रतिशत के बीच व अपराह्न सापेक्ष आद्रर्ता 25 से 45 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान जताया है. इस दौरान हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा से 25 किलोमीटर प्रति घंटा से चलने की उम्मीद है. हवा अधिकतर पूर्वी पश्चिमी व पूर्वी दिशा में बहेगी. आने वाले दिनों में लगातार मध्यम बारिश होने के साथ बादल भी छाये रहने की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग ने जारी बुलेटिन में कहा कि आने वाले दिनों में लगातार झोंकेदार तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है. इस दौरान फसलों पर किसी भी प्रकार का छिड़काव ना करें. ज्यादातर आसमान बादलों से भरा रहेगा. लेकिन तीन जून तक रह रह कर बिजली की चमक गरज के साथ सतही तेज हवा के साथ बारिश होने की जबरदस्त संभावना बनी हुई है. पशुओं को इस समय पेड़ों के नीचे न रखें. किसान धान की नर्सरी लगाने के लिए खेत की तैयारी करें. बीज को उपचारित करके नर्सरी में डाले. जितने भाग में धान की रोपाई करनी हो उसके दसवें भाग में नर्सरी डाले. नर्सरी के लिए हमेशा 10 साल से अंदर की विकसित की हुई उच्च उपज वाली किस्मों के प्रमाणित बीज का प्रयोग करें. रबी फसल में अच्छा उत्त्पादन लेना है तो मध्यम या कम अवधि के बीजों का चयन करें. किसान को धान की सीधी बुआई करनी है तो जून के प्रथम सप्ताह से जून के तीसरे सप्ताह तक कर देनी चाहिए. अच्छी उपज लेने के लिए बारिश आरंभ होने से 15 से 20 दिन पूर्व बुआई करना उचित है. इस विधि में मशीन द्वारा बुआई करने के लिए बीज की मात्रा 20 से 25 किलोग्राम प्रति हेक्टयर बीज को उपचारित करके बुआई में प्रयोग करें. किसानों को यह कार्य लोकल मौसम को देखते हुए व क्षेत्र की मौसम जानकारी के अनुसार करनी चाहिए. आम की फलियों में कोयल विकार या आंतरिक सड़न रोग की रोकथाम के लिए बोरेक्स 0.8 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर 10 दिन के अंतराल पर छिड़काव करें. पिछले दो दिनों से जिले में जारी तेज गर्मी से लोगों को थोडी राहत मिली है. तापमान में कमी रहने से लोग राहत महसूस कर रहे हैं. पिछले गुरुवार की रात्रि तेज आंधी व मध्यम बारिश से तापमान में शुक्रवार से ही कमी बनी हुई है. शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा. जबकि गुरुवार को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था. तापमान में कमी से बाजार में रौनक बढ़ी है व लोग दिनचर्या के कार्य से बाहर भी निकलने लगे हैं. मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए मध्यम अवधि के पूर्वानुमान जारी किया है. जिसके अनुसार अधिकतम तापमान 33 डिग्री से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. जबकि न्यूनतम तापमान 21 डिग्री से 22.10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान जताया है. सुबह के समय सापेक्ष आद्रर्ता 85 एवं 90 प्रतिशत के बीच व अपराह्न सापेक्ष आद्रर्ता 25 से 45 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान जताया है. इस दौरान हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा से 25 किलोमीटर प्रति घंटा से चलने की उम्मीद है. हवा अधिकतर पूर्वी पश्चिमी व पूर्वी दिशा में बहेगी. आने वाले दिनों में लगातार मध्यम बारिश होने के साथ बादल भी छाये रहने की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग ने जारी बुलेटिन में कहा कि आने वाले दिनों में लगातार झोंकेदार तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है. इस दौरान फसलों पर किसी भी प्रकार का छिड़काव ना करें. ज्यादातर आसमान बादलों से भरा रहेगा. लेकिन तीन जून तक रह रह कर बिजली की चमक गरज के साथ सतही तेज हवा के साथ बारिश होने की जबरदस्त संभावना बनी हुई है. पशुओं को इस समय पेड़ों के नीचे न रखें. किसान धान की नर्सरी लगाने के लिए खेत की तैयारी करें. बीज को उपचारित करके नर्सरी में डाले. जितने भाग में धान की रोपाई करनी हो उसके दसवें भाग में नर्सरी डाले. नर्सरी के लिए हमेशा 10 साल से अंदर की विकसित की हुई उच्च उपज वाली किस्मों के प्रमाणित बीज का प्रयोग करें. रबी फसल में अच्छा उत्त्पादन लेना है तो मध्यम या कम अवधि के बीजों का चयन करें. किसान को धान की सीधी बुआई करनी है तो जून के प्रथम सप्ताह से जून के तीसरे सप्ताह तक कर देनी चाहिए. अच्छी उपज लेने के लिए बारिश आरंभ होने से 15 से 20 दिन पूर्व बुआई करना उचित है. इस विधि में मशीन द्वारा बुआई करने के लिए बीज की मात्रा 20 से 25 किलोग्राम प्रति हेक्टयर बीज को उपचारित करके बुआई में प्रयोग करें. किसानों को यह कार्य लोकल मौसम को देखते हुए व क्षेत्र की मौसम जानकारी के अनुसार करनी चाहिए. आम की फलियों में कोयल विकार या आंतरिक सड़न रोग की रोकथाम के लिए बोरेक्स 0.8 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर 10 दिन के अंतराल पर छिड़काव करें.

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