संवाददाता, दुमका बीती रात हुई बारिश की वजह से दुमका में शनिवार को मतदान करने वाले मतदाताओं के लिए बेहतर शानदार मौसम रहा. दोपहर तक धूप में उस तरह की तल्खी नहीं रही, जैसा पिछले तीन-चार दिनों से बेहद उमस भरी गर्मी और लू की थपेड़ों से दुमकावासी जूझ रहे थे. सुबह तय समय पर 1891 में से लगभग सभी मतदान केंद्रों पर मॉक पोल करा लिए गये और मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी. इक्का-दूक्का बूथों को छोड़ दें, तो इवीएम से संबंधित बहुत अधिक परेशानी कहीं नहीं हुई और न ही कहीं से कोई विधि-व्यवस्था जैसी स्थिति उत्पन्न हुई. सभी जगह से शांतिपूर्ण मतदान संपन्न करा लिए जाने की सूचना है. दुमका विस अंतर्गत दुमका क्लब के बूथ नंबर 45 में लगभग 50 मिनट देर से मतदान शुरू हुआ तो शिकारीपाड़ा विस अंतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय गमरा के बूथ नंबर 63 में भी तकरीबन 25 मिनट मतदान दोपहर बाद इवीएम में आयी तकनीकी खराबी की वजह से प्रभावित हुआ. ग्रामीण क्षेत्र में दिखी लंबी-लंबी कतारें दुमका जिले के शिकारीपाड़ा, काठीकुंड, मसलिया, रानीश्वर समेत अन्य ग्रामीण इलाके में लंबी-लंबी कतारें दिखीं. कहीं-कहीं तो कतार में सौ-दो सौ से भी अधिक वोटर नजर आ रहे थे. खासकर आदिवासी बहुल क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की कतार काफी लंबी-लंबी दिख रही थी. बागडुबी के ग्रामीणों ने तय निर्णय के अनुरूप मतदान करने नहीं पहुंचे. दोपहर तक वहां के बूथ में महज 2 ही वोट पडे थे. झामुमो प्रत्याशी नलिन सोरेन के अलावा प्रो स्टीफन ने भी डाले वोट दुमका लोकसभा से जेएमएम प्रत्याशी सह विधायक नलिन सोरन ने अपनी पत्नी जिप अध्यक्ष जोयस बेसरा,पुत्र आलोक सोरन,विधायक प्रतिनिधि जोन सोरेन सहित पूरे परिवार के साथ मतदान मतदान किया. काठीकुंड प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय स्थित 29 नंबर बूथ पर अपनी पत्नी के साथ समय से आधा घंटा पहले ही मतदान को पहुंच गए थे. श्री सोरेन इस बूथ पर मतदान करने वाले पहले मतदाता बने. वहीं महेशपुर के झामुमो विधायक प्रो स्टीफन मरांडी ने प्रांतीयकृत पशु चिकित्सालय स्थित मतदान केंद्र में मतदान किया. वहीं सांसद सुनील सोरेन ने तरबंधा स्थित अपने गांव में पत्नी, मां के साथ अपने बूथ पीएस तरबंधा में मतदान किया.
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