टीएमबीयू पीजी हॉस्टल वन का भवन जर्जर है और प्लास्टर लगातार टूट कर गिर रहा है. इससे अनहोनी का खतरा बना हुआ है. ऐसे में इस बार हॉस्टल वन में छात्रों का नामांकन नहीं लिया जायेगा. दरअसल, हॉस्टल के अधीक्षक डॉ कौशल किशोर सिंह ने डीएसडब्ल्यू को लिखित आवेदन दिया है कि हॉस्टल के भवन की स्थिति काफी खराब है. इसे लेकर डीएसडब्ल्यू, विवि इंजीनियर सहित अन्य अधिकारी शनिवार को हॉस्टल वन का जायजा लेने पहुंचे थे. इसमें हॉस्टल के भवन, कमरा व शौचालय की छत व दीवार की स्थिति काफी खराब बतायी गयी. हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने भी हॉस्टल से संबंधित विभिन्न समस्याओं से डीएसडब्ल्यू को अवगत कराया है.शौचालय व स्नानागार की छत का कुछ हिस्सा टूट कर गिरा हॉस्टल के अधीक्षक डॉ कौशल किशोर सिंह ने आवेदन में कहा है कि शौचालय व स्नानागार की छत का कुछ हिस्सा टूट कर गिरा चुका है. छत काफी कमजोर हो चुकी है. इसकी जानकारी डीएसडब्ल्यू कार्यालय में पहले भी दी जा चुकी है. ऐसे में छात्रों को कमरा आवंटित नहीं हो. उन्होंने कहा कि बारिश के पहले हॉस्टल की मरम्मत पूरी हो जाये. ज्यादा बारिश होने पर हॉस्टल की जर्जर छत कभी भी गिर सकती है. हॉस्टल के भवन की स्थिति काफी खराब : डीएसडब्ल्यू डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार ने कहा कि अधीक्षक के आवेदन पर हॉस्टल वन का निरीक्षण किया गया. भवन की स्थिति काफी खराब है. छत से छड़ बाहर आ गये हैं. कुछ कमरे की छत से लगातार प्लास्टर भी टूट-टूट कर गिर रहा है. ऐसे में अनहोनी का खतरा बना हुआ है. इसलिए इस बार हॉस्टल वन में नामांकन नहीं लिया जायेगा. मामले को लेकर जल्द ही वीसी की अध्यक्षता में रजिस्ट्रार व इंजीनियर की बैठक बुलायी जायेगी, इसमें पूरे विवि प्रशासन को अवगत कराया जायेगा.
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