बोकारो. सेक्टर 12 में छह दिनों में 100 से अधिक क्वार्टरों की मैपिंग कर ली गयी है. बोकारो स्टील प्लांट के आवासों की मैपिंग 27 मई से चल रही है. मैपिंग मेसर्स एचएससीएल की ओर से की जा रही है. इसके लिए नियुक्त एजेंसी के प्रतिनिधि बीएसएल के सभी आवासों पर मैपिंग करने जायेंगे. मैपिंग करने वाले प्रतिनिधि अपनी पहचान-पत्र, जो जांच करने वाली एजेंसी व नगर प्रशासन के अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित है, के साथ आवासों में जा रहे हैं और जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं. आवास मैपिंग शुरू करने से पहले इसकी सूचना सार्वजनिक तौर पर बीएसएल के आवासधारियों को दे दी गयी है. प्रबंधन ने अपील की है कि इस काम में बीएसएल प्रबंधन का सहयोग करें.
37 हजार आवासों की होगी मैपिंग :
क्वार्टरों की मैपिंग के संदर्भ में किसी भी जानकारी के लिए दूरभाष संख्या 06542-280496, 06542- 280418 और 06542-240578 पर संपर्क किया जा सकता है. बोकारो स्टील के लगभग 37 हजार आवासों की मैपिंग होगी. इससे एक-एक आवास की निगरानी हो सकेगी. यही नहीं अवैध रूप से रह रहे लोगों से आवास मुक्त कराया जा सकेगा. इसी बात को ध्यान में रखकर कार्य-योजना तैयार की गयी है.कब्जा वाले आवासों को प्रशासन की मदद से खाली कराया जायेगा :
मैपिंग के साथ यह भी स्पष्ट रहेगा कि किस सेक्टर में कितने आवास पर कब्जा है. कब्जा वाले आवासों को प्रशासन की मदद से खाली कराने के साथ ही संबंधित व्यक्ति पर नीलाम पत्रवाद के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. उन पर राष्ट्रीय संपत्ति को क्षति पहुंचाने का मुकदमा भी दर्ज होगा. बीएसएल ने कर्मियों को आवास दिया है. सेवानिवृत्त कर्मियों को 99 साल, 33 साल लीज पर दिया है.कहां-कहां पर कौन-कौन से क्वार्टर पर कब्जा है या कौन रह रहा है :
अधिकांश सेवानिवृत्त कर्मियों को 11 माह के लाइसेंस पर क्वार्टर दिया गया है. इसके अतिरिक्त सहयोगी कंपनी एचएसीसीएल, मेकान, बीपीसीएल के कर्मियों क्वार्टर को दिया गया है. यही नहीं जिला प्रशासन, स्वयं सेवी संगठन, शैक्षणिक संस्थान व कारपोरेट कंपनियों के कर्मियों को भी आवास दिया गया है. मैपिंग से यह तय हो जायेगा कि कहां-कहां पर कौन-कौन से क्वार्टर पर कब्जा है या कौन रह रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है