समस्तीपुर : कर्पूरीग्राम थाना क्षेत्र के सिंघिया खुर्द वार्ड आठ निवासी वैद्यनाथ पासवान की पत्नी फूलो देवी की कातिल उसकी बेटी ही निकली. इश्क के जुनून में शादी की बात टालने के लिए उसने मां को रास्ते से हटाने का कातिलाना षड्यंत्र रचा था. शुक्रवार को स्थानीय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. सख्ती से पूछताछ के बाद लड़की ने अपना जुर्म कबूल लिया है. इस दौरान छापेमारी में पुलिस को मृतका के घर से घटना में प्रयुक्त हथियार, मोबाइल और खून से सने कपड़े भी बरामद करने में सफलता मिली. पूछताछ में आरोपित लड़की ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए पुलिस के सामने मां की हत्या का राज उगला, तो रिश्ते को कलंकित करने वाला एक सनसनीखेज मामला उजागर हुआ. जिसे सुनकर पुलिस अधिकारी के भी होश फ़ाख़्ते हो गये.
घटना से दस दिन पूर्व निकला था शगुन, छठ बाद तय हुई थी शादी
घटना के वक्त घर में अकेली थी फूलो
बीते 25 मई की रात फूलो अपनी पुरानी झोपड़ी के घर में अकेले सो रही थी. जबकि, परिवार के अन्य लोग नये मकान में सो रहे थे. नये मकान से पुरानी झोपड़ी के घर की दूरी करीब 100 मीटर है. मध्य रात्रि फूलो की पुत्री नये मकान से चोरी-छुपे अपनी झोपड़ी के पुराने घर में मां के पास पहुंची. वहां पहले से ही उसने एक धारदार हथियार छुपा रखा था. सुषुप्तावस्था में ही मां के सर पर ताबड़तोड़ गड़ांसे के वार कर मौत के घाट उतार दिया. थोड़ी देर मृतका दर्द से कराहती रही और फिर हमेशा के लिए शांत हो गई. इसके बाद लड़की खून से सने अपने कपड़े और गड़ांसे को छुपाकर घर में ट्रंक के अंदर रख दिया. फिर अपने प्रेमी के मोबाइल पर फोन किया. उसे दो घंटे तक बातचीत करते हुए घर से भागने का दबाव बनाती रही. लेकिन, वह इसके लिए तैयार नहीं था. घटना के बाद लड़की काफी घबड़ाई हुई थी. वह पास के ही मनोज पासवान के घर पहुंची, लेकिन, वहां बाहर से दरवाजा बंद था. इसके बाद वह अपने नये मकान में पीछे के रास्ते छत पर चढ़कर कमरे में सोने चली गई. जहां पहले से उसकी दादी और छोटा भाई गहरी नींद में सो रहा था. दूसरे दिन भोर में उठकर वह अपनी पुराने झोपड़ी के घर में पहुंची और जोर-जोर से शाेर मचाकर आसपास के लोगों को घटनास्थल पर बुलाया. ताकि ग्रामीणों को शक न हो.
मृतका के पति ने दर्ज कराई थी शिकायत
फूलो देवी हत्याकांड में उसके पति वैद्यनाथ पासवान के फर्द बयान पर पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. प्रारंभिक जांच में ही स्थानीय पुलिस को हत्या में शक करीबियों पर गहरा रहा था. लेकिन, मृतका के परिजन खामोश थे. अब एक टीम बदमाशों की पड़ताल कर रही थी, तो दूसरी टीम रिश्तों की पड़ताल करते हुए हत्या का कनेक्शन तलाश रही थी. इसके अलावा पुलिस के तकनीकी सेल, डीआइयू टीम और फाॅरेंसिक टीम को भी काम पर लगाया गया था. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एएसपी संजय पाण्डेय के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई थी. पुलिस के तकनीकी अनुसंधान और मानवीय सूत्राें के आधार पर कातिल की पहचान मिली. थानाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपित लड़की ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है