बगोदर. जमुआरी गांव के कुलदीप सिंह के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से बगोदर बचाओ संघर्ष समिति आक्रोशित है. घटना के 25 दिन बीत जाने पर भी आरोपी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं. इससे नाराज समिति ने शनिवार को बैठक कर आंदोलन का एलान किया. हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को ले आठ जून को बगोदर बचाओ संघर्ष समिति ने प्रतिवाद सह लाठी मार्च निकालने का फैसला किया.
हत्या व अपराध का ग्राफ बढ़ा है :
मौके पर वक्ताओं ने कहा तीन-चार साल से बगोदर में हत्या व अपराध का ग्राफ बढ़ा है. इस दौरान रमेश यादव, योगेश महतो, कलीम खान, हीरालाल महतो, रामेश्वर महतो, कुंती देवी व कुलदीप सिंह जैसे चर्चित हत्याकांड सुर्खियों में रहे. इन हत्याकांडों ने चौधरीबांध से लेकर अटका तक की जनता असुरक्षित महसूस कर रही है. जमुआरी के दैनिक मजदूर कुलदीप सिंह बगोदर बाजार में मजदूरी करता था. पांच अप्रैल को मजदूरी कर घर लौटने के क्रम में खेड़ो नदी के पास घात लगाकर बैठे अपराधियों ने बाइक छिनतई करने में नाकाम होने पर उसे गोली मार दी. इससे घायल अवस्था में बगोदर ट्रॉमा सेंटर में इलाज के बाद रांची में इलाज चल रहा था. 21 मई को वहां उसकी मौत हो गयी.बैठक में ये थे मैजूद : इस दौरान मुमताज अंसारी, विश्वनाथ साव, कुंजलाल साव, नागेश्वर ठाकुर, राजकुमार रवानी, शोएब खान, मौलाना ऐनुल हक, कुतुबुद्दीन अंसारी, रामदेव महतो, इम्तियाज अंसारी, इमामन अंसारी मौजूद थे.
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