KK Pathak: पटना. शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक ने सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से अपने-अपने स्कूल के बच्चों का बायोडाटा मांगा है. स्कूल के शिक्षकों को एक सप्ताह के अंदर ई-शिक्षा कोष पर एंट्री करने का निर्देश दिया गया है. हीटवेव के कारण छात्रों के लिए स्कूल बंद हैं. ऐसे में शिक्षकों के पास स्कूल में कोई शैक्षणिक काम नहीं था. बिना काम शिक्षकों को स्कूल बुलाने को लेकर शिक्षक संघ से लेकर राजनीतिक दलों के नेता तक शिक्षा विभाग से सवाल कर रहे थे. विभाग से पूछा जा रहा था कि जब बच्चे स्कूल आयेंगी ही नहीं तो शिक्षकों को स्कूल क्यों बुलाया जा रहा है.
स्कूल में शिक्षक यह काम करेंगे
शिक्षकों के काम को लेकर हो रहे सवाल के बीच शिक्षा विभाग ने अब शिक्षकों को काम सौंप दिया है. शिक्षा विभाग ने कहा है कि जब तक बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं तब तक शिक्षकों को मिशन दक्ष की कॉपी का मूल्यांकन करने काम पूरा करेंगे. इसके साथ ही शिक्षक ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर सभी बच्चों का डाटा एंट्री करेंगे, जिससे योजनाओं का लाभ सही से बच्चों को मिल सकेगा. इसके अलावा शिक्षकों को बच्चों का नामांकन कार्य करने का भी निर्देश दिया गया है. यह काम अगले एक सप्ताह के अंदर करने को कहा गया है.
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अब पैसे नहीं, बच्चों मिलेगी पोशाक
बिहार सरकार द्वारा बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर तरह-तरह के प्रयास किए गए हैं और किए जा रहे हैं. जैसे पहले पोशाक योजना के तहत राशि दी जाती थी, तो बहुत सारे बच्चे पैसे घर में दे देते थे और वे पोशाक नहीं सिला पाते थे. अब सरकार उन बच्चों को पोशाक ही उपलब्ध कराने जा रही है. इसी तरह कमजोर बच्चों के लिए स्कूल में अलग से विशेष कक्षाएं चलाई जा रही है. बहरहाल, शिक्षा विभाग के स्तर से वह हर कदम उठाया जा रहा है, जो बच्चों के हित में हो.