हाथरस: जम्मू के अखनूर (Jammu Bus Accident) में हुए बस हादसे के शव शनिवार रात को हाथरस के नाया गांव लाए गए. एक साथ 11 शव गांव में पहुंचने से वहां का माहौल गमगीन हो गया. हर तरफ बस रोने की आवाजें ही सुनाई दे रही थी. महिलाएं और बच्चे अपनों की याद में बिलख रहे थे. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि सबको कैसे संभाला जाए.
देर रात हुआ अंतिम संस्कार
बताया जा रहा है कि (Jammu Bus Accident) लक्ष्मण प्रसाद का पूरा परिवार इस हादसे में खत्म हो गया है. लक्ष्मण प्रसाद के अलावा उनकी पत्नी सीमा, बेटे अन्नू और बेटी नैना का शव भी ताबूत में गांव लाया गया था. इसके अलावा सुरेश, उनके नाती तनुज, भतीजी अंजलि, संजय, सबरजीत, संजय, सुनीता के शव भी गांव पहुंच गए थे. नाया गांव में एक साथ 11 लोगों का अंतिम संस्कार रात को ही किया गया.
मझोला गांव में तड़के हुआ अंतिम संस्कार
उधर गांव मझोला में रविवार तड़के 3.45 बजे अखनूर से पांच शव पहुंचे. यहां भी शवों के पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. किसी तरह परिवार वालों को संभाला गया और भोर होने से पहले ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. मझोला गांव के रनवीर, रेनू, प्राची, जय प्रकाश, राहुल का रविवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया. इसके अलावा नगला उदय सिंह के ऋषिपाल, धर्मवती, वीरपाल, यश, रज्जो के शव भी उनके गांव पहुंचे हैं. सभी के शव झेलम एक्सप्रेस से हाथरस लाए गए.
30 मई को जम्मू के अखनूर में हुई थी दुर्घटना
गौरतलब है कि 30 मई को जम्मू के अखनूर में एक बस UP 86 EC 4078 दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इसमें 21 लोगों की मौत 40 लोग घायल हुए थे. मृतकों में हाथरस कई परिवारों के लोग शामिल थे. सभी के शनिवार से उनके गांव लाए जा रहे हैं. जिला प्रशासन की एक टीम भी जम्मू गई थी. यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-0 हजार रुपये देने की घोषणा की