प्रतिनिधि, खूंटी जनशक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत मुरहू के गुरमी गांव की महिलाओं ने मुरहू नाला के होम्बादिरी के पास श्रमदान कर बोरीबांध का निर्माण किया. श्रमदान करनेवालों में सिर्फ महिलाएं हैं. ज्ञात हो कि इसी स्थान पर गुरमी समेत मुरहू, चमराटोली और गजगांव की महिलाएं नहाने और कपड़े धोने आतीं हैं. प्रचंड गर्मी के कारण यहां पानी लगातार घटता जा रहा था. गांव के पुरुष जब महिलाओं के लिए पानी की व्यवस्था करने के प्रति उदासीन नजर आये तो रविवार को ही महिलाओं ने बैठक कर बोरी बांध का निर्माण करने का निर्णय लिया. सेवा वेलफेयर सोसाइटी के प्रयास से महिलाओं को सीमेंट की खाली बोरियां उपलब्ध करायी गयी. सोसाइटी के अध्यक्ष अजय शर्मा ने महिलाओं को बोरीबांध बनाने का तरीका बताया. जिसके बाद सभी महिलाओं ने मिलकर बोरीबांध का निर्माण किया. मुखिया मरियम होरो ने महिलाओं के द्वारा जल संरक्षण की दिशा में उठाये गये कदम की सराहना की. उन्होंने कहा कि कोड़ाकेल पंचायत के बम्हनी और गुरमी गांव के सीमा पर बनई नदी में बोरीबांध का निर्माण किया जायेगा. बोरीबांध के निर्माण में प्यारी तोपनो, राहिल तोपनो, वेरोनिका तोपनो, नीतिर तोपनो, जीवानी तोपनो, प्रतिमा सोय, जिनिद सोय, अनिता सोय, मरियाम सोय, विश्वासी सोय, सलोमी सोय, शांति प्रभा सोय, बिनीता सोय, अदिति सोय, मरियम सोय, पौलीना समेत अन्य महिलाओं ने श्रमदान किया.
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