पीरो. मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में रविवार को अचानक करीब 20 छात्राओं की तबीयत खराब हो गयी, जिससे अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. छात्राओं को बुखार, उल्टी और दस्त की शिकायत थी. आनन-फानन में इसकी सूचना स्थानीय सीएचसी को दी गयी, जहां से डाॅ अमरजीत कुमार के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम विद्यालय पहुंची और छात्राओं का इलाज शुरू किया. बताया जाता है रविवार की दोपहर में पहले एक से दो छात्राओं को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई. इसके बाद धीरे-धीरे बीमार होनेवाली छात्राओं की संख्या 20 तक पहुंच गयी. अधिकांश छात्राओं की उम्र 10 से 15 वर्ष के बीच है. यहां पहुंचे चिकित्सक ने विद्यालय में ही सभी का इलाज शुरू कर दिया. सभी को ओआरएस का घोल दिया गया. दस्त और बुखार की दवा दी गयी. बीमार होनेवाली छात्राओं में ब्यूटी कुमारी (12 वर्ष) गोल्डी कुमारी (13 वर्ष), सलोनी कुमारी (15 वर्ष), आशा कुमारी (12 वर्ष), प्रीति कुमारी (10 वर्ष), खुशी कुमारी (10 वर्ष), रेशमा कुमारी (14 वर्ष), रितु कुमारी (13 वर्ष), प्रिया कुमारी (11 वर्ष), रंजनी कुमारी (13 वर्ष), राजनंदनी कुमारी (13 वर्ष), अंजली कुमारी (12 वर्ष), अंशु कुमारी (14 वर्ष), प्रियांशु कुमारी (12 वर्ष), रागिनी कुमारी (12 वर्ष), नंदनी कुमारी (12 वर्ष), पिंकी कुमारी (12 वर्ष), अंजली कुमारी (10 वर्ष), पूजा कुमारी (10 वर्ष), मनीशा कुमारी (18 वर्ष) शामिल हैं. पीरो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के अनुसार छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर मेडिकल टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी छात्राओं का इलाज शुरू की. जांच में यह पता चला कि गर्मी और उमस के कारण तबीयत खराब हुई थी, फिलहाल सभी की स्थिति नियंत्रित है. विद्यालय के कमरों में नहीं हैं पंखे, कमरे में क्षमता से ज्यादा रहती हैं छात्राएं : इन दिनों गर्मी सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है. दिन में पारा 46 डिग्री तक पहुंच जा रहा है. ऐसे में कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं को बगैर पंखे वाले कमरे में पढ़ाई करनी पड़ती है और बगैर पंखे वाले कमरों में सोना भी पड़ता है. रविवार को भी सभी छात्राएं अपने कमरे में थीं, जिनमें पंखा नहीं था. भीषण गर्मी और उमस के करण छात्राओं को पहले उल्टी की शिकायत हुई उसके बाद एक एक कार करीब 20 छात्राओं को उल्टी, दस्त और बुखार होने लगा. मामले की होगी जांच : पीरो एसडीओ अनिल कुमार ने कहा कि वे मामले की पुरी जानकारी ले रहे है और अगर ऐसा मामला है तो पूरे घटना और कस्तूरबा विद्यालय में छात्राओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जांच करायी जायेगी.
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