Purnia Lok Sabha Result 2024: पूर्णिया लोकसभा चुनाव का जंग बेहद हैरान करने वाला रहा. यहां मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना थी. लेकिन काउंटिंग के शुरुआत से ही राजद उम्मीदवार मैदान से बाहर ही दिखीं. असली टक्कर जदयू उम्मीदवार संतोष कुमार कुशवाहा और निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव के बीच रहा. जहां बेहद रोचक मुकाबले में निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव ने जीत दर्ज की. पप्पू यादव को 567556 वोट मिले. जबकि जदयू प्रत्याशी संतोष कुमार को 543709 मत मिले. पप्पू यादव ने 23847 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. जबकि राजद उम्मीदवार बीमा भारती को 27120 वोट से तीसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा.
पूर्णिया में रोचक बनी लड़ाई..
पूर्णिया संसदीय सीट की लड़ाई इसबार दिलचस्प बन चुकी थी. यह बिहार की हॉट सीटों में एक थी. दरअसल, पूर्णिया एनडीए के सीट बंटवारे में तो जदयू के ही पास रहा और जदयू ने उम्मीदवार भी पिछली बार इस सीट से जीत दर्ज करके सांसद बने संतोष कुमार कुशवाहा को ही बनाया. संतोष कुशवाहा लगातार तीसरी बार मैदान में उतारे गए थे. वहीं महागठबंधन में इस सीट को लेकर काफी घमासान मचा. पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कराकर खुद भी कांग्रेस में शामिल हुए. पूर्णिया में चुनाव लड़ने की उन्होंने काफी तैयारी की थी लेकिन इस सीट को आरजेडी ने अपने खाते में रख लिया और बीमा भारती को उम्मीदवार बना दिया. जिसके बाद पप्पू यादव निर्दलीय ताल ठोक कर इस मैदान में उतर आए. जिसके बाद यहां का मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका था.
पिछले चुनाव का परिणाम..
पिछले चुनाव की बात करें तो लोकसभा चुनाव 2019 में यहां एनडीए की ओर से जदयू के संतोष कुमार कुशवाहा और कांग्रेस के उदय सिंह आमने-सामने हुए थे. जिसमें बड़े अंतर से जदयू ने जीत दर्ज की थी.इससे पहले 2014 के चुनाव में जब भाजपा और जदयू अलग थे तब जदयू ने संतोष कुमार कुशवाहा को ही प्रत्याशी बनाया था जिन्होंने भाजपा के प्रत्याशी रहे उदय सिंह को सीधी टक्कर में मात दी थी. जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार अमरनाथ तिवारी तब तीसरे नंबर पर रहे थे. बता दें कि पप्पू यादव इस सीट से पहले निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव जीत चुके हैं.
पूर्णिया सीट को जानिए..
सौरा नदी किनारे बसा पूर्णिया प्रमंडलीय मुख्यालय भी है. पूर्णिया सीट पर एमवाई यानी मुस्लिम-यादव फैक्टर काफी असर करता है. अतिपिछड़ा मतदाताओं की भी बड़ी भूमिका रहती है. यहां इस बार 2206633 मतदाता थे. 6 विधानसभा इस संसदीय क्षेत्र के अंदर आते हैं. एक समय पूर्णिया कांग्रेस का मजबूत गढ़ बना रहा. जनता पार्टी व भाजपा और समाजवादी पार्टी को भी यहां से जीत मिली है. तस्लीमुद्दीन भी यहां से जीतकर संसद पहुंचे हैं. इस बार पूर्णिया में 63.08 प्रतिशत मतदान हुआ था.