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Kalpana Soren News: जरूरत पड़ी, तो मेरी बेटी कल्पना अपने पति से राजनीति की बागडोर थाम सकती है. वह स्वतंत्र रूप से उसे संभालने में भी सक्षम है. अगस्त 2022 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के बारे में उनके पिता अम्पा मुर्मू ने ये बातें कहीं थीं. कल्पना मुर्मू सोरेन ने आज इस बात को साबित कर दिया है.
हेमंत सोरेन जेल गए, तो कल्पना सोरेन ने संभाली पार्टी की बागडोर
राजधानी रांची में कथित जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा. इसी दौरान लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन बीमार हैं. चुनावी रैलियां नहीं कर सकते. ऐसे में एक बार लगा कि हेमंत सोरेन के जाने जाने के बाद झामुमो नेतृत्वविहीन हो जाएगा. हेमंत सोरेन के जेल जाने से निराश कल्पना सोरेन ने हिम्मत जुटाई और पार्टी की बागडोर संभाल ली.
मंझे राजनेता की तरह कल्पना सोरेन ने चुनाव अभियान की अगुवाई की
किसी मंझे हुए राजनीतिज्ञ की तरह कल्पना सोरेन ने चुनाव अभियान की अगुवाई की. विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की बैठकों में शामिल हुईं. रैलियां कीं. पूरी मजबूती के साथ झामुमो का स्टैंड रखा. पूरे झारखंड में घूम-घूमकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के साथ-साथ राष्ट्रीय जनता दल और वामदल के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके नेताओं पर जमकर हमला बोला.
गांडेय विधानसभा सीट से लड़ रहा उपचुनाव
गांडेय विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में वह झामुमो, कांग्रेस, राजद, वामदल के गठबंधन I.N.D.I.A. की संयुक्त उम्मीदवार हैं. गांडेय में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवाई. महज 3 महीने में कल्पना सोरेन ने अपनी क्षमता का लोहा मनवा लिया है. कल्पना सोरेन ने हेलीकॉप्टर से इस चुनाव में 151 से अधिक जनसभाएं कीं.
मेरी बेटी पढ़ी-लिखी है. उसके पास एमटेक और एमबीए की डिग्री है. किसी भी बड़ी जिम्मेदारी को उठाने के लिए इससे ज्यादा क्या पात्रता चाहिए.
अम्पा मुर्मू, कल्पना सोरेन के पिता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इलाके की रहने वाली हैं कल्पना सोरेन
बता दें कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर की रहने वाली हैं. झारखंड की पूर्व राज्यपाल और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मूल रूप से यहीं की रहने वाली हैं. उन्होंने एमटेक और एमबीए की पढ़ाई की है. 7 फरवरी, 2006 को हेमंत सोरेन से उनका विवाह हुआ, लेकिन उन्होंने कभी राजनीति की बात नहीं की.
कल्पना सोरेन कभी राजनीति में सक्रिय नहीं रहीं, अब जमा ली है धाक
शादी के बाद से ही वह लगातार राजनीति से दूर रहीं. रांची में वह एक प्ले स्कूल चलाती रहीं. राजनीति से दूर रहते हुए उन्होंने परिवार की जिम्मेदारी संभाली. सामाजिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. हालांकि, राजनीतिक गतिविधियों में उनकी अहम भूमिका रही. अब राजनीति में भी उन्होंने अपनी धाक जमा ली है.
कल्पना सोरेन की राजनीतिक समझ अन्य लोगों से अलग
कल्पना सोरेन के पिता कैप्टन अम्पा मुर्मू का मानना है कि उनकी बेटी कल्पना की राजनीतिक समझ अन्य लोगों से अलग है. वह संकट के समय में अपने पति हेमंत सोरेन को दिशा दिखाती रहीं हैं. बता दें कि कल्पना सोरेन का पैतृक गांव मयूरभंज जिले के बहल्दा ब्लॉक के तेनताला में है. उनका जन्म 1976 में पंजाब के कपूरथला में हुआ. उनके माता-पिता ने कपूरथला से मिलता जुलता उनका नाम रखा. उनके पिता श्रीलंका में भारतीय शांति सेना का हिस्सा रहे थे.
वह एक मुख्यमंत्री की पत्नी है और देश के सबसे सम्मानित आदिवासी नेता की बहू है. वह एक राजनीतिक परिवार की बहू है.
अम्पा मुर्मू, कल्पना सोरेन के पिता
महिला विकास से जुड़े कार्यक्रमों में सक्रिय रहतीं थीं हेमंत की पत्नी
कल्पना सोरेन महिला विकास से जुड़े कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती रहीं हैं. वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने. तब पहली बार राजनीतिक यात्राओं में हेमंत सोरेन के साथ उन्हें देखा गया. जब भी कोई उनसे राजनीति में आने के बारे में पूछता, तो कल्पना सोरेन यही कहतीं कि फिलहाल तो मैं परिवार की जिम्मेदारियां निभा रही हूं और इसी में खुश हूं. कल्पना सोरेन 2 बच्चों की मां हैं.
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